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215 साल का हुआ ये भारतीय बैंक, दिलचस्प है बनने और संवरने की कहानी

भारतीय स्टेट बैंक आज दुनियाभर में किसी नाम का मोहताज नहीं है. इस बैंक को ये नाम साल 1955 में मिला लेकिन इसका इतिहास 215 साल पुराना है. इसके बनने और संवरने की कहानी बहुत ही दिलचस्प है. जानने के लिए पढ़िये पूरी ख़बर

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Published : Jul 1, 2021, 6:01 AM IST

Updated : Jul 1, 2021, 11:55 AM IST

हैदराबाद: देश का सबसे बड़ा और विश्वसनीय बैंक कौन सा है ? जवाब सभी जानते हैं- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया. इस बैंक की उम्र 200 साल से भी अधिक है और आज ये देश का सबसे बड़ा बैंक है. लेकिन यहां तक पहुंचने की इसकी कहानी बहुत ही दिलचस्प है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बात आज इसलिये कर रहे हैं क्योंकि आज यानि 1 जुलाई को इस बैंक का स्थापना दिवस है.

कहानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की

भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है. इस बैंक को ये नाम साल 1955 में मिला लेकिन आज ये जिस शिखर पर है उसकी कहानी 2 सदी से भी ज्यादा पुरानी है. इस बैंक के बनने की कहानी साल 1806 में शुरू होती है.

एसबीआई के लोगो की कहानी भी दिलचस्प है
एसबीआई के लोगो की कहानी भी दिलचस्प है

- 2 जून 1806 को बैंक ऑफ कलकत्ता (Bank of Calcutta) की शुरुआत हुई थी, जो 2 जनवरी 1809 को बैंक ऑफ बंगाल (Bank of Bengal) बन गया.

- 15 अप्रैल 1840 को बैंक ऑफ बॉम्बे (Bank of Bombay) और 1 जुलाई 1843 को बैंक ऑफ मद्रास (Bank of Madras) की भी स्थापना हुई. बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास उस वक्त के देश के प्रमुख बैंक थे.

1955 में मिला ये नाम
1955 में मिला ये नाम

- 27 जनवरी 1921 को बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास का बैंक ऑफ बंगाल में विलय हो गया. तीनों बैंकों को मिलकर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) बना.

-देश आजाद होने के करीब 8 साल बाद भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम 1955 के तहत भारतीय रिजर्व बैंक ने इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का अधिग्रहण कर लिया. इसके बाद इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का नाम बदल गया और 1 जुलाई 1955 को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अस्तित्व में आया.

- साल 1960 में एसबीआई ने 7 बैंकों का नियंत्रण हासिल किया. ये सभी पहले भारत की अलग-अलग रियासतों के बैंक थे. जिनका नाम और लोगो (logo) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तर्ज पर रखा गया. इन सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ इंदौर, स्टेट बैंक और मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र और स्टेट बैंक और त्रावणकोर शामिल हैं. 1 अप्रैल 2017 में इन बैंकों का विलय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में हो गया.

बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं
बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं

भारतीय स्टेट बैंक के लोगो की कहानी (state bank of india logo)

साल 1955 में जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अस्तित्व में आया तो इसकी पहचान, प्रतीक या लोगो में बरगद का पेड़ नजर आता है. लोगों में बैंक का नाम और साल 1955 नजर आता है. इस लोगो में बरगद के पेड़ की जड़ें मजबूती और स्थिरता की जबकि शाखाएं विकास, विस्तार, सफलता को दर्शाते हैं. हालांकि बाद में इसे बदल दिया गया, कुछ लोगों का तर्क था कि बरगद का पेड़ अपने स्थान पर किसी अन्य पौधे को पनपने नहीं देता है.

दुनिया में 43वां सबसे बड़ा बैंक है एसबीआई
दुनिया में 43वां सबसे बड़ा बैंक है एसबीआई

साल 1970 में बैंक का लोगो पूरी तरह से बदल दिया गया. बरगद के पेड़ की जगह नीले रंग का एक सर्कल है जिसके निचले हिस्से पर एक छोटा सा कट है. ये गोल आकृति दरअसल एक की-होल (key hole) है. इसे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद के पूर्व छात्र शेखर कामत ने डिजाइन किया था.

कुछ लोगों का मानना है कि एसबीआई के लोगो का नया डिजाइन गुजरात की कांकरिया झील से प्रेरित है. कांकरिया झील का नक्शा एसबीआई के लोगो की तरह नजर आता है. हालांकि लोगो डिजाइन करने वाले शेखर कामत ने इसे सिरे से खारिज किया है.

215 साल का हो गया ये बैंक
215 साल का हो गया ये बैंक

आज 215 साल का हो गया वो बैंक

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ये नाम भले इस बैंक को साल 1955 में मिला हो लेकिन इस बैंक का सफरनामा आज 215 साल का हो गया है. ये बैंक देश के केंद्रीय बैंक कहे जाने वाले भारतीय रिजर्व बैंक से भी पुराना है. रिजर्व बैंक की स्थापना साल 1935 में हुई थी जबकि उससे भी करीब 130 साल पहले वो बैंक ऑफ कलकत्ता अस्तित्व में आया था. जिसे आज दुनिया स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से जानती है.

- एसबीआई की कुल आय 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में 76,027.51 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 75,670.5 करोड़ रुपये थी. बैंक का शुद्ध लाभ 2019-20 की मार्च तिमाही में 3,580.81 करोड़ रुपये रहा.

- भारतीय स्टेट बैंक का मुख्यालय मुंबई में है. आज इस बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं और एक चौथाई मार्किट शेयर के साथ ये देश का सबसे बड़ा बैंक है.

- एसबीआई की देशभर में 22,141 शाखाएं और 58,500 से ज्यादा एटीएम हैं.

-ये बैंक देश का 5वां सबसे बड़ा नियोक्ता (Employer) है. इस बैंक के करीब 2.50 लाख कर्मचारी हैं.

-स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पहली और अब तक की इकलौती महिला चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य रहीं. जो 7 अक्टूबर 2013 से 6 अक्टूबर 2017 तक इस पद पर रहीं. साल 2015 में फोर्ब्स मैगजीन की सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में शुमार हुईं.

- बैंक ने अपनी 11 सहायक कंपनियों यानी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई म्यूचुअल फंड, एसबीआई कार्ड, आदि के माध्यम से सफलतापूर्वक कारोबार में विविधता लाई है.

- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दुनिया का 43वां सबसे बड़ा बैंक है.

- एसबीआई के 32 देशों में 233 कार्यालय भी हैं.

32 देशों में 233 कार्यालय हैं
32 देशों में 233 कार्यालय हैं

ये भी पढ़ें: वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम है शेयर बाजारों की जोरदार तेजी : एसबीआई अर्थशास्त्री

हैदराबाद: देश का सबसे बड़ा और विश्वसनीय बैंक कौन सा है ? जवाब सभी जानते हैं- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया. इस बैंक की उम्र 200 साल से भी अधिक है और आज ये देश का सबसे बड़ा बैंक है. लेकिन यहां तक पहुंचने की इसकी कहानी बहुत ही दिलचस्प है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बात आज इसलिये कर रहे हैं क्योंकि आज यानि 1 जुलाई को इस बैंक का स्थापना दिवस है.

कहानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की

भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है. इस बैंक को ये नाम साल 1955 में मिला लेकिन आज ये जिस शिखर पर है उसकी कहानी 2 सदी से भी ज्यादा पुरानी है. इस बैंक के बनने की कहानी साल 1806 में शुरू होती है.

एसबीआई के लोगो की कहानी भी दिलचस्प है
एसबीआई के लोगो की कहानी भी दिलचस्प है

- 2 जून 1806 को बैंक ऑफ कलकत्ता (Bank of Calcutta) की शुरुआत हुई थी, जो 2 जनवरी 1809 को बैंक ऑफ बंगाल (Bank of Bengal) बन गया.

- 15 अप्रैल 1840 को बैंक ऑफ बॉम्बे (Bank of Bombay) और 1 जुलाई 1843 को बैंक ऑफ मद्रास (Bank of Madras) की भी स्थापना हुई. बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास उस वक्त के देश के प्रमुख बैंक थे.

1955 में मिला ये नाम
1955 में मिला ये नाम

- 27 जनवरी 1921 को बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास का बैंक ऑफ बंगाल में विलय हो गया. तीनों बैंकों को मिलकर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) बना.

-देश आजाद होने के करीब 8 साल बाद भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम 1955 के तहत भारतीय रिजर्व बैंक ने इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का अधिग्रहण कर लिया. इसके बाद इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का नाम बदल गया और 1 जुलाई 1955 को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अस्तित्व में आया.

- साल 1960 में एसबीआई ने 7 बैंकों का नियंत्रण हासिल किया. ये सभी पहले भारत की अलग-अलग रियासतों के बैंक थे. जिनका नाम और लोगो (logo) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तर्ज पर रखा गया. इन सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ इंदौर, स्टेट बैंक और मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र और स्टेट बैंक और त्रावणकोर शामिल हैं. 1 अप्रैल 2017 में इन बैंकों का विलय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में हो गया.

बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं
बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं

भारतीय स्टेट बैंक के लोगो की कहानी (state bank of india logo)

साल 1955 में जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अस्तित्व में आया तो इसकी पहचान, प्रतीक या लोगो में बरगद का पेड़ नजर आता है. लोगों में बैंक का नाम और साल 1955 नजर आता है. इस लोगो में बरगद के पेड़ की जड़ें मजबूती और स्थिरता की जबकि शाखाएं विकास, विस्तार, सफलता को दर्शाते हैं. हालांकि बाद में इसे बदल दिया गया, कुछ लोगों का तर्क था कि बरगद का पेड़ अपने स्थान पर किसी अन्य पौधे को पनपने नहीं देता है.

दुनिया में 43वां सबसे बड़ा बैंक है एसबीआई
दुनिया में 43वां सबसे बड़ा बैंक है एसबीआई

साल 1970 में बैंक का लोगो पूरी तरह से बदल दिया गया. बरगद के पेड़ की जगह नीले रंग का एक सर्कल है जिसके निचले हिस्से पर एक छोटा सा कट है. ये गोल आकृति दरअसल एक की-होल (key hole) है. इसे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद के पूर्व छात्र शेखर कामत ने डिजाइन किया था.

कुछ लोगों का मानना है कि एसबीआई के लोगो का नया डिजाइन गुजरात की कांकरिया झील से प्रेरित है. कांकरिया झील का नक्शा एसबीआई के लोगो की तरह नजर आता है. हालांकि लोगो डिजाइन करने वाले शेखर कामत ने इसे सिरे से खारिज किया है.

215 साल का हो गया ये बैंक
215 साल का हो गया ये बैंक

आज 215 साल का हो गया वो बैंक

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ये नाम भले इस बैंक को साल 1955 में मिला हो लेकिन इस बैंक का सफरनामा आज 215 साल का हो गया है. ये बैंक देश के केंद्रीय बैंक कहे जाने वाले भारतीय रिजर्व बैंक से भी पुराना है. रिजर्व बैंक की स्थापना साल 1935 में हुई थी जबकि उससे भी करीब 130 साल पहले वो बैंक ऑफ कलकत्ता अस्तित्व में आया था. जिसे आज दुनिया स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से जानती है.

- एसबीआई की कुल आय 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में 76,027.51 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 75,670.5 करोड़ रुपये थी. बैंक का शुद्ध लाभ 2019-20 की मार्च तिमाही में 3,580.81 करोड़ रुपये रहा.

- भारतीय स्टेट बैंक का मुख्यालय मुंबई में है. आज इस बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं और एक चौथाई मार्किट शेयर के साथ ये देश का सबसे बड़ा बैंक है.

- एसबीआई की देशभर में 22,141 शाखाएं और 58,500 से ज्यादा एटीएम हैं.

-ये बैंक देश का 5वां सबसे बड़ा नियोक्ता (Employer) है. इस बैंक के करीब 2.50 लाख कर्मचारी हैं.

-स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पहली और अब तक की इकलौती महिला चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य रहीं. जो 7 अक्टूबर 2013 से 6 अक्टूबर 2017 तक इस पद पर रहीं. साल 2015 में फोर्ब्स मैगजीन की सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में शुमार हुईं.

- बैंक ने अपनी 11 सहायक कंपनियों यानी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई म्यूचुअल फंड, एसबीआई कार्ड, आदि के माध्यम से सफलतापूर्वक कारोबार में विविधता लाई है.

- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दुनिया का 43वां सबसे बड़ा बैंक है.

- एसबीआई के 32 देशों में 233 कार्यालय भी हैं.

32 देशों में 233 कार्यालय हैं
32 देशों में 233 कार्यालय हैं

ये भी पढ़ें: वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम है शेयर बाजारों की जोरदार तेजी : एसबीआई अर्थशास्त्री

Last Updated : Jul 1, 2021, 11:55 AM IST
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