कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में शुक्रवार को उत्तर भारत के सभी खाप प्रतिनिधियों ने महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में खाप प्रतिनिधियों के अलावा किसान संगठनों के प्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया. करीब 6 घंटे चली बैठक के बाद खाप प्रतिनिधियों ने कुछ फैसले लिए. इस बैठक में खाप प्रतिनिधियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. हालांकि बाद में माहौल को शांत कर इस पंचायत को निर्णय तक पहुंचाया गया.
सरकार को अल्टीमेटम: किसान नेता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद बताया कि खाप पंचायत ने मिलकर सरकार को 9 जून तक का वक्त दिया है. अगर 9 जून तक सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती. तो खाप पंचायत, किसान संगठन खिलाड़ियों के साथ मिलकर फिर से जंतर मंतर पर जाएंगे. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन को किसान आंदोलन की तरह गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा. हर गांव हर शहर में पंचायतों का दौर शुरू किया जाएगा.
पंचायत के दौरान हुई हाथापाई की घटनाओं पर राकेश टिकैत ने कहा कि ये लोग भारतीय जनता पार्टी के द्वारा भेजे गए लोग थे, जो माहौल खराब करना चाहते थे. हम इनको पहले ही चिन्हित कर चुके थे. हमें आज यहां से कोई फैसला लेना था और वो हमने आज ले लिया. राकेश टिकैत ने कहा कि इस सभी मामले से खिलाड़ियों के परिवार वाले डरे हुए हैं. सभी हताश हैं इसलिए अभी हम सरकार को समय दे रहे हैं.
पहलवानों पर दर्ज मुकदमे वापस हों: राकेश टिकैत ने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर 28 तारीख को जो मामले दर्ज किए गए हैं. उनको भी दिल्ली पुलिस जल्द खारिज करें. साथ ही उनको और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाएगी. टिकैत ने कहा कि अगर सरकार 9 तारीख तक कोई भी फैसला नहीं लेती या फिर 9 जून तक अगर बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती तो सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू होगा.
बता दें कि पहलवान खिलाड़ियों का मामला लगातार बड़ा होता जा रहा है. अब पहलवान खिलाड़ियों के इस आंदोलन में 1983 की क्रिकेट वर्ल्ड कप की टीम के खिलाड़ी भी समर्थन करने लगे हैं. 1983 वर्ल्ड कप क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मदनलाल ने कहा कि सरकार को जल्दी इस समस्या का हल निकालना चाहिए. उन्होंने कहा कि खेलों में मेडल जीतना कोई आसान काम नहीं, इन खिलाड़ियों ने मैडम जीतकर देश का मान बढ़ाया है. इसलिए सरकार को जल्द ही इस पर संज्ञान लेते हुए खिलाड़ियों को न्याय दिलाना चाहिए.