लखनऊ: राजधानी के सिविल कोर्ट में बुधवार को गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की विजय यादव उर्फ आनंद ने गोली मारकर हत्या कर दी. गैंगस्टर जीवा एक खतरनाक अपराधी था, जो लखनऊ जेल में बंद था. बुधवार को कोर्ट में पेशी पर आया था. इसी दौरान पहले से घात लगाए विजय यादव ने कोर्ट परिसर में वकील की ड्रेस में 9mm पिस्टल से जीवा के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. इस घटना में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की मौत हो गई. हालांकि, मौके से विजय यादव उर्फ आनंद को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे पूछताछ चल रही है. घटना के बाद से कोर्ट परिसर में दहशत का माहौल है.
जानें ब्रह्मदत्त द्विवेदी के वकील ने क्या कहा
10 फरवरी 1997 को फर्रुखाबाद में ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड के वकील सुधांशु दत्त द्विवेदी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा एक पेशेवर अपराधी था, जो पैसों के लिए लोगों की हत्या व अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम देता था. 10 फरवरी 1997 को इसने पूर्व विधायक विजय सिंह व अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. इस मामले में सीबीआई ने जांच की और पूर्व विधायक विजय सिंह व संजीव महेश्वरी जीवा को आरोपी मानते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजा. इस घटना में रमेश ठाकुर व बलविंदर सिंह का नाम भी सामने आया था जो पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. उन्होंने कहा कि जो गोली मारेगा वह गोली खाएगा.
आखिर किसने कराई संजीव महेश्वरी की हत्या
राजधानी में संजीव महेश्वरी की हत्या के बाद भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर संजीव महेश्वरी की हत्या किसने कराई. जिस विजय यादव उर्फ आनंद ने संजीव महेश्वरी के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, वह जौनपुर का रहने वाला है और इसके ऊपर जौनपुर में दो मुकदमे दर्ज हैं. मौके से गिरफ्तार विजय यादव से पुलिस विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ कर रही है. लेकिन, अभी तक इस हत्या के पीछे कौन है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि, इस घटना के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है. माना जा रहा है संजीव महेश्वरी की हत्या गैंगवार के चलते हुई है. चर्चाएं हैं कि संजीव महेश्वरी व गैंगस्टर सुनील राठी के बीच वर्चस्व की लड़ाई थी और इसी वर्चस्व की लड़ाई के चलते सुनील राठी ग्रुप ने संजीव महेश्वरी की हत्या करा दी. हालांकि, इस बारे में अभी सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं.
यह हैं चर्चाएं
चर्चाएं हैं कि संजीव महेश्वरी के तालुकात मुख्तार अंसारी गैंग से थे और यह मुन्ना बजरंगी का काफी करीबी था. मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में सुनील राठी का नाम सामने आया था. इसके बाद से सुनील राठी व संजीव महेश्वरी के बीच तनाव और बढ़ गया था. सुनील राठी पर 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कराने का आरोप है. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद पश्चिमी यूपी में सुनील राठी और संजीव जीवा गैंग में वर्चस्व की जंग शुरू हो गई थी. चर्चाएं तो यहां तक हैं कि संजीव महेश्वरी पर गोली चलाने वाला शूटर विजय यादव उर्फ आनंद सुनील राठी के गैंग के संपर्क में था. इसके बाद उसने संजीव महेश्वरी की हत्या का फैसला लिया.
तीन महीने पहले शुरू हुई थी हत्या की प्लानिंग
बताया जा रहा है कि 3 महीने पहले विजय यादव राठी गैंग के संपर्क में आया और वहीं से संजीव महेश्वरी की हत्या की प्लानिंग शुरू हुई. पिछले एक महीने से विजय यादव उर्फ आनंद अपने परिवार के संपर्क में भी नहीं था. बताया जा रहा है कि वह संजीव महेश्वरी की हत्या की साजिश रच रहा था.
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