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त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कुछ भी गलत नहीं हुआ है : संजय राउत - उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

शिवसेना उद्धव गुट के नेता सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) का कहना है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में किसी ने जबरन प्रवेश नहीं किया. मंदिर में कुछ भी गलत नहीं हुआ है. वहीं दूसरी तरफ हिंदू महासभा ने आज मंदिर की सफाई की गई और कहा गया कि कार्रवाई नहीं किए जाने पर राज्य के सभी मंदिरों को दो दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा. पढ़िए पूरी खबर...

MP Sanjay Raut
सांसद संजय राउत
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Published : May 17, 2023, 5:38 PM IST

नासिक : शिवसेना उद्धव गुट के नेता सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) का कहना है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में किसी ने जबरन प्रवेश नहीं किया. मंदिर में कुछ भी गलत नहीं हुआ है, मैंने इसकी जानकारी ली है. उन्होंने कहा कि मंदिर प्रांगण में चंदन जुलूस में अपने भगवान को अगरबत्ती दिखाने की पुरानी प्रथा है. मंदिर के गेट पर अपने भगवान को अगरबत्ती दिखाकर नागरिक आगे बढ़े.

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी ने जबरन मंदिर में घुसने की कोशिश नहीं की. राउत एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए यहां आए हुए थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुझे महाराष्ट्र में हिंदुत्व के नाम पर गिरोह बनाने और माहौल को खराब करने की साजिश दिखाई दे रही है. राउत ने कहा कि हम पाखंडी नहीं हैं, त्र्यंबकेश्वर हमारी भक्ति और आस्था का विषय है. त्र्यंबकेश्वर में कभी ऐसी कोई घटना घटी हो, मुझे याद नहीं है. सांसद संजय राउत ने कहा कि मुझे घटना के बारे में दूसरे दिन पता चला, उसके अनुसार किसी के जबरन मंदिर में प्रवेश करने की कोई जानकारी नहीं है.

वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने कुछ धार्मिक युवकों द्वारा त्र्यंबकेश्वर मंदिर के बाहर अगरबत्ती और फूल फेंकने की कथित घटना की तत्काल एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं. इस पर राउत ने कहा कि पिछले साठ साल में महाराष्ट्र में रामनवमी पर कभी दंगा नहीं हुआ, ऐसा पहली बार हुआ है. संजय राउत ने सवाल उठाया है कि क्या उन्होंने रामनवमी के सिलसिले में एसआईटी नियुक्त की है.

क्या है मामला - घटना 13 मई की रात त्र्यंबकेश्वर में हुई. जिसके मुताबिक त्र्यंबकेश्वर शहर में एक अन्य धर्म के समूह द्वारा यात्रा निकाली गई थी. शोभायात्रा मंदिर परिसर में रुकी. वहीं समूह ने जोर देकर कहा कि भगवान को अगरबत्ती दिखानी चाहिए. इस पर पुजारियों ने इसका विरोध किया, इससे कुछ देर के लिए इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. बता दें कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक बोर्ड लगा है जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि हिंदुओं को छोड़कर कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकता है. इस मामले में पुरोहित संघ ने त्र्यंबकेश्वर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इसी क्रम में पुलिस ने रविवार को शांति समिति की बैठक बुलाई और दोनों गुटों को समझाइश देकर विवाद को सुलझाने का प्रयास किया. इस घटना के बाद मंदिर क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की सफाई की गई- दूसरी तरफ त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की हिंदू महासभा द्वारा सफाई की गई. इस दौरान गोमूत्र छिड़ककर मंदिर की सीढ़ियों को शुद्ध किया गया. वहीं मंदिर में घुसने की कोशिश करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की गई. हिंदू महासभा ने कहा है कि कार्रवाई नहीं किए जाने पर राज्य के सभी मंदिरों को दो दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा. इस बीच पुलिस ने मंदिर में घुसने की कोशिश करने वाले 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

ये भी पढ़ें - Trimbakeshwar Temple News : SIT करेगी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन प्रवेश की कोशिश की जांच

नासिक : शिवसेना उद्धव गुट के नेता सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) का कहना है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में किसी ने जबरन प्रवेश नहीं किया. मंदिर में कुछ भी गलत नहीं हुआ है, मैंने इसकी जानकारी ली है. उन्होंने कहा कि मंदिर प्रांगण में चंदन जुलूस में अपने भगवान को अगरबत्ती दिखाने की पुरानी प्रथा है. मंदिर के गेट पर अपने भगवान को अगरबत्ती दिखाकर नागरिक आगे बढ़े.

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी ने जबरन मंदिर में घुसने की कोशिश नहीं की. राउत एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए यहां आए हुए थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुझे महाराष्ट्र में हिंदुत्व के नाम पर गिरोह बनाने और माहौल को खराब करने की साजिश दिखाई दे रही है. राउत ने कहा कि हम पाखंडी नहीं हैं, त्र्यंबकेश्वर हमारी भक्ति और आस्था का विषय है. त्र्यंबकेश्वर में कभी ऐसी कोई घटना घटी हो, मुझे याद नहीं है. सांसद संजय राउत ने कहा कि मुझे घटना के बारे में दूसरे दिन पता चला, उसके अनुसार किसी के जबरन मंदिर में प्रवेश करने की कोई जानकारी नहीं है.

वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने कुछ धार्मिक युवकों द्वारा त्र्यंबकेश्वर मंदिर के बाहर अगरबत्ती और फूल फेंकने की कथित घटना की तत्काल एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं. इस पर राउत ने कहा कि पिछले साठ साल में महाराष्ट्र में रामनवमी पर कभी दंगा नहीं हुआ, ऐसा पहली बार हुआ है. संजय राउत ने सवाल उठाया है कि क्या उन्होंने रामनवमी के सिलसिले में एसआईटी नियुक्त की है.

क्या है मामला - घटना 13 मई की रात त्र्यंबकेश्वर में हुई. जिसके मुताबिक त्र्यंबकेश्वर शहर में एक अन्य धर्म के समूह द्वारा यात्रा निकाली गई थी. शोभायात्रा मंदिर परिसर में रुकी. वहीं समूह ने जोर देकर कहा कि भगवान को अगरबत्ती दिखानी चाहिए. इस पर पुजारियों ने इसका विरोध किया, इससे कुछ देर के लिए इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. बता दें कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक बोर्ड लगा है जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि हिंदुओं को छोड़कर कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकता है. इस मामले में पुरोहित संघ ने त्र्यंबकेश्वर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इसी क्रम में पुलिस ने रविवार को शांति समिति की बैठक बुलाई और दोनों गुटों को समझाइश देकर विवाद को सुलझाने का प्रयास किया. इस घटना के बाद मंदिर क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की सफाई की गई- दूसरी तरफ त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की हिंदू महासभा द्वारा सफाई की गई. इस दौरान गोमूत्र छिड़ककर मंदिर की सीढ़ियों को शुद्ध किया गया. वहीं मंदिर में घुसने की कोशिश करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की गई. हिंदू महासभा ने कहा है कि कार्रवाई नहीं किए जाने पर राज्य के सभी मंदिरों को दो दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा. इस बीच पुलिस ने मंदिर में घुसने की कोशिश करने वाले 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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