हरिद्वार (उत्तराखंड): इन दिनों लगातार अलग-अलग जिहाद सामने आ रहे हैं. धर्मनगरी हरिद्वार के संतों ने अब ऑनलाइन जिहाद का मामला उठाया है. हरिद्वार के साधु संतों का कहना है कि ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से कुछ जिहादी तत्व धर्म परिवर्तन कराने का कार्य कर रहे हैं. साधु-संतों ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण कराने पर नाराजगी जताई है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और उससे जुड़े संतों ने गेमिंग जिहाद का पूर्ण रूप से विरोध किया है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रविंद्र पुरी ने भारत सरकार और राज्य सरकार से अपील की है कि धर्मांतरण रोकने के लिए 'वन लाइन बिल' पास करे. जिसमें कोई भी व्यक्ति अपना धर्म न बदल सके. जो जिस धर्म में पैदा हुआ है, वो उसी धर्म का ही पालन करे. अखाड़ा परिषद को लगता है इस बिल से एक धर्म से दूसरे धर्म के प्रति समाज में असामाजिक गतिविधियां रुक जाएंगी. इस बिल पर अगर सोच–विचार किया जाता है तो यह साफ तौर पर धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को चुनौती दे सकता है.
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बड़े अखाड़े के महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश ने ऐसे ऑनलाइन गेम और जिहादी मानसिकता रखने वाले लोगों पर सख्त से सख्त करवाई करने की मांग की. स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा लगातार नए नए षडयंत्र कर धर्म परिवर्तन कराने का कार्य किया जा रहा है. जिसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का समर्थन करते हुए रूपेंद्र प्रकाश ने ये भी कहा भारत देश में अब धर्मांतरण पर रोक लगनी ही चाहिए.
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दरअसल, उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों से ऑनलाइन गेम के जरिए धर्मांतरण कराने का प्रोपेगेंडा सामने आ रहा है. जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों की गिरफ्तारी भी की है. ऑनलाइन गेम के जरिए धर्मांतरण कराने के प्रोपेगेंडा पर अब संत समाज भी मुखर हो गया है.