हरिद्वारः इन दिनों देशभर में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री चर्चाओं में हैं. हर ओर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दरबार की बात हो रही है. हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया इस दरबार को लेकर दे रहा है. कोई इसे चमत्कार बता रहा है तो कोई आस्था तो कोई अंधविश्वास तो कोई विद्या. लेकिन हर कोई अपनी प्रतिक्रिया अपनी समझ के अनुसार देने में लगा हुआ है. इसी बीच साध्वी प्राची ने भी बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का बचाव करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर तीखा हमला बोला है.
विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने तीखा बयान देते हुए कहा कि जब रोड के किनारे कब्रों में पड़े मुर्दे चमत्कार कर सकते हैं तो जीवित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चमत्कार क्यों नहीं कर सकते? इसके अलावा साध्वी प्राची ने जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान का विरोध किया है.
साध्वी प्राची ने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद के बयान सुनकर उन्हें शर्म आ रही है. शंकराचार्य गद्दी पर बैठे एक व्यक्ति इस तरह के बचकाने बयान दे रहे हैं. यह जलन की भावना नहीं तो और क्या है? इतना ही नहीं साध्वी प्राची ने आगे कहा कि उनके बयान से ऐसा लगता है कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को भगवान पर ही विश्वास नहीं है.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की वजह से जोशीमठ में आईं दरारेंः वहीं, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से दिए गए चैलेंज पर साध्वी प्राची ने कहा कि वे हिंदुओं की आस्था के सर्वोच्च पद पर बैठे हुए हैं. ऐसे में इस तरह के चैलेंज कर अपने पद की गरिमा को घटा रहे हैं. साध्वी प्राची यहीं नहीं रूकीं उन्होंने आगे कहा कि जब से अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य बने हैं, तब से जोशीमठ में दीवारों में दरारें आई हैं.
साध्वी प्राची ने कहा कि इससे यह मानना चाहिए कि आपकी तपस्या और साधना में कमी है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री की परीक्षा लेने से पहले अपनी तपस्या और साधना की चिंता कीजिए. जिसके कारण जोशीमठ में दरारें आई हैं.
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