जयपुर : राजस्थान में अजय माकन (Ajay Maken) के री-ट्वीट और उससे पहले सचिन पायलट कैंप (Sachin Pilot Camp) की ओर से लगातार कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान को लेकर बातें उठी, लेकिन अभी सचिन पायलट (Sachin Pilot) की मांगों पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. लेकिन, बुधवार को राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के पूर्व अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि हम लोगों ने जो मुद्दे उठाए वह सब जानते हैं. राजस्थान में जब सरकार बनी तो उसके बाद हम उसे सस्टेन नहीं कर पाए और सरकार दोबारा नहीं बनी.
पायलट (Pilot) ने कहा कि सरकार दोबारा बने यह सब की सामूहिक जिम्मेदारी होती है. उन्होंने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का नाम लिए बिना कहा कि पिछली बार सरकार आई और उसके बाद 20 विधायक रह गए, उससे पहले 50 विधायक रह गए. हम चाहते हैं कि प्रदेश में हमें जनता का जो आशीर्वाद मिला है, आगे जो चुनाव हो उसमें हमें अपने कामों से, अपने कड़ी मेहनत से और अपनी एकजुटता से जनता का आशीर्वाद ज्यादा मिले.
सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर हमने अपने सुझाव आलाकमान के सामने रखे थे. ये बातें आलाकमान के सामने रखना हमारा अधिकार भी था. पायलट (Pilot) ने कहा कि जिस संदर्भ में हमें बात कहनी थी वह पार्टी को कह दिया है. उसपर एआईसीसी ने संज्ञान ले लिया. कमेटी बनी, कमेटी ने मीटिंग की और अब समय रहते निर्णय ले लिया जाएगा ताकि लोगों को जो उम्मीदें हैं वह पूरी हो सके.
पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि जब मैं साढ़े 6 साल अध्यक्ष रहा तो भी मैंने कहा कि जिन लोगों ने अपना सब कुछ पार्टी के लिए न्योछावर किया है, दिन-रात नहीं देखा, लाठियां खाई, मुकदमे झेले, अपनी जेब से पैसा खर्च किया, उन लोगों को पद या पोस्ट नहीं मिले, लेकिन मान-सम्मान तो कम से कम मिलना चाहिए. यही बात हमारे वर्तमान अध्यक्ष भी बोलते हैं और पार्टी के सब नेता बोलते हैं. हम चाहते हैं कि कांग्रेस (Congress) पार्टी का परिवार व्यापक बनें और उसमें नए लोग जुड़े. इसके साथ ही जो मेहनत करता है, उसके अनुपात में कांग्रेस कार्यकर्ता को पॉलिटिकल रिवॉर्ड भी मिले, यही बात हमने शुरू से रखी है.
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बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) जब 1998 में मुख्यमंत्री बने थे, उस समय कांग्रेस (Rajasthan Congress) को 156 सीटें मिली थी. जो 2003 के विधानसभा चुनाव में 56 रह गई थी तो वहीं साल 2008 में जब अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) दोबारा मुख्यमंत्री बने उसके बाद राजस्थान में कांग्रेस (Congress) को केवल 21 सीटें मिली थी. पायलट (Sachin Pilot) ने आज सरकारा दोबारा नहीं बना पाने की बात उठाते हुए बिना नाम लिए हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा हमला किया है.