पथानामथिट्टा : सबरीमाला मंदिर (Sabarimala temple) मासिक पूजा के लिए 16 अक्टूबर की शाम 5 बजे खुल जाएगा. उद्घाटन के दिन कोई पूजा नहीं होगी. नियमित पूजा मलयालम महीने 'थुलम' के पहले दिन 17 अक्टूबर से शुरू होगी.
त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, मंदिर खोला जाएगा और थांतरी कंडारारू महेश मोहनारू की मौजूदगी में वर्तमान मेलशांति वी. के. जयराज पोट्टी दीये जलाएंगे. इसमें बताया गया कि इसके बाद उपदेवता मंदिर खोला जाएगा और वहां भी दीये जलाए जाएंगे. मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते की 18वीं सीढ़ी पर आग भी जलाई जाएगी.
बयान में बताया गया कि मंदिर खोले जाने के दिन कोई अन्य पूजा नहीं होगी. बोर्ड ने बताया कि 'उषापूजा' खत्म होने के बाद 17 अक्टूबर को सबरीमाला और मलिकाप्पुरम मंदिरों के मेलशांतियों के चयन के लिए ड्रॉ किया जाएगा. पंडालम पैलेस के 10 वर्ष से अधिक उम्र के दो लड़के ड्रॉ निकालेंगे. बयान में बताया गया कि दोनों मेलशांति अगले एक वर्ष तक इस पद पर रहेंगे.
बोर्ड ने कहा कि श्रद्धालुओं को 17 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक सबरीमला में प्रवेश की इजाजत होगी और पहले से डिजिटल बुकिंग के माध्यम से ही प्रवेश की इजाजत दी जाएगी. 2 नवंबर को 'आट्टा चित्र' (Aatta Chithira) उत्सव के लिए मंदिर फिर से खोल दिया जाएगा और 3 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा.
बयान के मुताबिक, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक है कि उन्होंने कोविड-19 टीके की दोनों खुराक ले ली हो या उनके पास आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट हो.
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