पीलीभीत: भाजपा में अपने तीखे बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले बीजेपी सांसद वरुण गांधी एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे हैं. इस बार उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए चिंता जताई(varun gandhi expresses concern for Indian students) है. रविवार को वरुण गांधी ने ट्वीट में लिखा 'यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है. एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियां हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य. हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा. उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए.'
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यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है।
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एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य।
हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा।
उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए।
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एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य।
हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा।
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एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य।
हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा।
उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए।
यह कोई पहला मामला नहीं है जब वरुण गांधी ने यूक्रेन मुद्दे के मामले पर प्रतक्रिया दी हो. इससे पहले भी उन्होंने ट्वीट के माध्यम से सरकार पर जिम्मेदार बताया था. उन्होंने 28 फरवरी को यूक्रेन के मसले पर ट्वीट किया था. उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि 'सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए हैं. ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है. हर आपदा में 'अवसर' नहीं खोजना चाहिए.