नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और वरिष्ठ स्वयं सेवक इंद्रेश कुमार ने कहा की यह एक अविस्मरणीय घटना होगी, जब रामलला अपने गर्भगृह में स्थापित किए जायेंगे. इसके लिए एक सुंदर मंदिर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है. हिंदुओं के वर्षों की मनोकामना पूरी हो रही है.
इसके लिए ना सिर्फ मंदिर आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के परिजनों को बल्कि हजारों साधु संतों को भी निमंत्रण भेजा गया है. उन्होंने कहा की अक्षत निमंत्रण वितरण कार्यक्रम जिन जिन शहरों में आयोजित किया जा रहा है वहां जब यात्रा पहुंचती है तो ना सिर्फ हिंदू परिवार बल्कि मुस्लिम परिवार की महिलाएं भी भगवान राम के सम्मान में इस कार्यक्रम में भाग ले रहीं हैं.
जब उनसे पूछा गया कि कई नेता निमंत्रण नहीं मिलने की बात कर रहे हैं उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को हर मौके पर कुछ ना कुछ शिकायत रहती ही है उनके बारे में क्या ही कहा जाये. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हर कोई जो भी राम से जुड़ाव महसूस करता है वह उत्साहित है. शायद कुछ लोग इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप देना चाहते है.
उन्होंने कहा कि यह एक सामाजिक और आध्यात्मिक घटना है इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं. जहां तक विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भाजपा इसपर लोकसभा चुनाव में इसका फायदा उठा सकती है मैं कहना चाहुंगा कि राम मंदिर बनाने का फैसला अदालत से हुआ है. इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए.
उन्होंने बताया की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम भी तय हो गए हैं. पहले स्नान ध्यान आरती तिलक और अन्य कार्यक्रम से शुरुआत होगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी से अपील कर रहा है कि उस समय आप जहां भी हो श्री राम की पूजा करें, दीप जलाएं और भोग लगाएं.