लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के राजधानी लखनऊ में प्रवास का आज दूसरा दिन है. वह आज से कार्यकर्ताओं की बैठकों में हिस्सा लेंगे और भावी रणनीति पर चर्चा भी करेंगे. इससे पहले संघ प्रमुख शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मिले और राष्ट्रवाद जैसे विभिन्न मुद्दों पर उनसे गहन चर्चा भी की. वह कल बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक अनिल कुमार से मिलने एसजीपीजीआई भी गए. आज शुरू हो रही संघ की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. माना जा रहा है कि इसमें लोकसभा चुनाव 2024 की रूपरेखा भी तैयार होगी.
आज सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर में संघ प्रमुख अवध प्रांत की कार्यकारिणी और अन्य विभागों की कार्यकारिणी के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ ही क्षेत्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी भी शामिल रहेंगे. बैठक से पूर्व अवध और पूर्वी क्षेत्र के प्रांत पदाधिकारी के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत तमाम समसामयिक विषयों पर चर्चा भी करेंगे. रविवार को मोहन भागवत के लखनऊ दौरे के समापन के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी दूसरी मुलाकात हो सकती है, जिसमें विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा के साथ ही भावी रणनीति पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की राजधानी में संघ प्रमुख सरसंघचालक मोहन भागवत के इस बड़े कार्यक्रम को राजनीतिक विश्लेषक बड़े महत्व के नजरिए से देखते हैं. राजनीतिक विश्लेषक डॉ प्रदीप यादव कहते हैं कि 'संग सीधे तौर पर राजनीतिक गतिविधियों में भले ही शामिल न होता हो, लेकिन भाजपा के लिए जमीन तैयार करने में आरएसएस की हमेशा बड़ी भूमिका रही है. जनवरी में अयोध्या में श्रीराम मंदिर का लोकार्पण होने वाला है. इस कार्यक्रम को भाजपा और संघ मिलकर राष्ट्रीय बनाना चाहते हैं. स्वाभाविक है कि यह कार्यक्रम हिंदुत्व की भावना को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और ऐसे में होने वाले चुनाव में भाजपा को पूरा लाभ मिलने के लिए है. भाजपा सरकार की तमाम उपलब्धियां भी अपनी जगह हैं ही. भाजपा और संघ के कार्यकर्ता इन उपलब्धियां को भी जनता तक पहुंच कर माहौल बनाने का काम करेंगे. इसलिए संघ का यह कार्यक्रम वाकई महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाला है.'