लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत अगले हफ्ते तीन दिवसीय दौरे पर अयोध्या आ रहे हैं. वह 19-21 अक्टूबर तक अयोध्या में रहेंगे. आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले भी उनके साथ अयोध्या आएंगे. इस दौरान अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षा वर्ग में संघ प्रमुख हिस्सा लेंगे. अयोध्या प्रवास के दौरान वह श्रीराम जन्मभूमि के भी दर्शन कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आरएसएस का यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आरएसएस के दोनों वरिष्ठ पदाधिकारियों के अयोध्या आने के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. शारीरिक शिक्षा वर्ग में देशभर से आरएसएस के अलग-अलग प्रांतों, विभागों और जिलों से करीब 500 प्रशिक्षक भाग लेंगे. जिनको संघ के आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया जाएगा और संघ के विस्तार को किस तरह से और बढ़ाना है, इसकी जानकारियां दी जाएंगी.
देश में राष्ट्रीयता, अपनी संस्कृति, स्वदेशी और भारतीयता का प्रचार-प्रसार किस तरह से किया जा सकता है, इस शारीरिक शिक्षा वर्ग में इन सारी बातों की जानकारी प्रशिक्षकों को दी जाएगी.
आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि दोनों नेता अयोध्या पहुंचेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों का हिस्सा होंगे. संघ का शारीरिक शिक्षा विभाग बहुत महत्वपूर्ण है. इसके जरिए ही युवाओं को संघ की ओर जोड़ा जाता है. शाखाओं में शारीरिक शिक्षा वर्ग का बहुत महत्व है. इससे इस कार्यक्रम के महत्व को आंका जा सकता है. सबसे वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी इस बात का एहसास कराती है.
अखिल भारतीय शारीरिक अभ्यास वर्ग का आयोजन 19 से 21 अक्टूबर के बीच होगा.
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बता दें, आरएसएस के प्रत्येक वर्ष अक्टूबर में होने वाले शारीरिक अभ्यास वर्ग का आयोजन नागपुर (महाराष्ट्र) में न होकर इस बार चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हो रहा है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या चुनाव से ठीक पहले आरएसएस अपने कार्यकर्ताओं को विशेष मैसेज देने के लिए ये कार्यक्रम अयोध्या में कर रहा है.