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Rs 1 Crore Insurance : बांदीपुर टाइगर रिजर्व में सफारी पर्यटकों के लिए 1 करोड़ रुपये का बीमा कवर

कर्नाटक का बांदीपुर टाइगर रिजर्व (Bandipur Tiger Reserve) पर्यटकों के आकर्षंण का केंद्र रहा है. अब यहां आने वाले वन्यजीव प्रेमियों के लिए बीमा कवर देने की घोषणा की गई है. सफारी के दौरान जानमाल की हानि होने पर 1 करोड़ रुपये का बीमा दिया जाएगा (Rs 1 crore insurance cover).

Bandipur Tiger Reserve
बांदीपुर टाइगर रिजर्व
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 7, 2023, 7:16 PM IST

Updated : Oct 7, 2023, 7:26 PM IST

चामराजनगर: कर्नाटक के बांदीपुर वन विभाग ने सफारी के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा के लिए एक नई योजना शुरू की है. भारत की लोकप्रिय बाघ योजनाओं में से एक टाइगर रिजर्व पार्क बांदीपुर में अब सफारी करने आए लोगों को बीमा कवरेज मिलेगा (Bandipur Tiger Reserve). सफारी के दौरान जानमाल की हानि होने पर 1 करोड़ रुपये का बीमा दिया जाएगा.

Insurance
बीमा कवर

बांदीपुर टाइगर रिजर्व भारत में वन्यजीव प्रेमियों के लिए शीर्ष स्थलों में से एक बना हुआ है. हर साल लगभग 1.4 से 1.5 लाख पर्यटक बांदीपुर आते हैं और वन्यजीव सफारी का आनंद लेते हैं. अधिकारियों ने कहा कि एक अभिनव और सक्रिय उपाय के रूप में, बांदीपुर टाइगर रिजर्व ने यहां आने वाले पर्यटकों के जोखिम को कवर करने के लिए बीमा पॉलिसी ली है. बांदीपुर टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों को होने वाले किसी भी जोखिम और अप्रिय घटना के लिए बीमा राशि के 1 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.

बांदीपुर सीएफओ रमेश कुमार ने जानकारी दी है कि 'जंगली जानवरों के हमले से किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर 1 करोड़ रुपये का बीमा किया जाता है. इस योजना के लिए पात्र होने के लिए किसी पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है. एक सफ़ारी टिकट ही काफी है. यदि जंगल में कोई जनहानि होती है तो वन विभाग से आर्थिक सहायता मिलेगी.'

insurance
insurance

इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (29 जुलाई) के अवसर पर जारी बाघ जनगणना में चामराजनगर जिले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व कर्नाटक में सबसे अधिक बाघों वाला क्षेत्र था. इसके अलावा, बांदीपुर को बाघों की सबसे बड़ी संख्या के साथ देश में दूसरे बाघ अभयारण्य के रूप में मान्यता दी गई थी. बाघ गणना के अनुसार, बांदीपुर टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 191 बाघ हैं. सीएफओ रमेश कुमार ने भी इस पर खुशी जाहिर की.

केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक के नागरहोल रिजर्व में 185, बिलिगिरि रंगनाथ मंदिर टाइगर रिजर्व में 60, भद्रा टाइगर रिजर्व में 44 और काली टाइगर रिजर्व में 29 बाघ हैं.

टाइगर रिजर्व प्रबंधन में दूसरा स्थान: बाघ रिजर्व प्रबंधन के मामले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व को देश में दूसरा स्थान मिला है. केरल को पहला स्थान दिया गया है. प्रबंधन के मामले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व को दूसरा स्थान हासिल हुआ है. वहीं, कर्नाटक की हाथी जनगणना रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 6395 हाथी हो जाएंगे. हाथियों की संख्या के मामले में कर्नाटक देश में पहले स्थान पर है.

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चामराजनगर: कर्नाटक के बांदीपुर वन विभाग ने सफारी के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा के लिए एक नई योजना शुरू की है. भारत की लोकप्रिय बाघ योजनाओं में से एक टाइगर रिजर्व पार्क बांदीपुर में अब सफारी करने आए लोगों को बीमा कवरेज मिलेगा (Bandipur Tiger Reserve). सफारी के दौरान जानमाल की हानि होने पर 1 करोड़ रुपये का बीमा दिया जाएगा.

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बीमा कवर

बांदीपुर टाइगर रिजर्व भारत में वन्यजीव प्रेमियों के लिए शीर्ष स्थलों में से एक बना हुआ है. हर साल लगभग 1.4 से 1.5 लाख पर्यटक बांदीपुर आते हैं और वन्यजीव सफारी का आनंद लेते हैं. अधिकारियों ने कहा कि एक अभिनव और सक्रिय उपाय के रूप में, बांदीपुर टाइगर रिजर्व ने यहां आने वाले पर्यटकों के जोखिम को कवर करने के लिए बीमा पॉलिसी ली है. बांदीपुर टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों को होने वाले किसी भी जोखिम और अप्रिय घटना के लिए बीमा राशि के 1 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.

बांदीपुर सीएफओ रमेश कुमार ने जानकारी दी है कि 'जंगली जानवरों के हमले से किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर 1 करोड़ रुपये का बीमा किया जाता है. इस योजना के लिए पात्र होने के लिए किसी पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है. एक सफ़ारी टिकट ही काफी है. यदि जंगल में कोई जनहानि होती है तो वन विभाग से आर्थिक सहायता मिलेगी.'

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इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (29 जुलाई) के अवसर पर जारी बाघ जनगणना में चामराजनगर जिले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व कर्नाटक में सबसे अधिक बाघों वाला क्षेत्र था. इसके अलावा, बांदीपुर को बाघों की सबसे बड़ी संख्या के साथ देश में दूसरे बाघ अभयारण्य के रूप में मान्यता दी गई थी. बाघ गणना के अनुसार, बांदीपुर टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 191 बाघ हैं. सीएफओ रमेश कुमार ने भी इस पर खुशी जाहिर की.

केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक के नागरहोल रिजर्व में 185, बिलिगिरि रंगनाथ मंदिर टाइगर रिजर्व में 60, भद्रा टाइगर रिजर्व में 44 और काली टाइगर रिजर्व में 29 बाघ हैं.

टाइगर रिजर्व प्रबंधन में दूसरा स्थान: बाघ रिजर्व प्रबंधन के मामले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व को देश में दूसरा स्थान मिला है. केरल को पहला स्थान दिया गया है. प्रबंधन के मामले में बांदीपुर टाइगर रिजर्व को दूसरा स्थान हासिल हुआ है. वहीं, कर्नाटक की हाथी जनगणना रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 6395 हाथी हो जाएंगे. हाथियों की संख्या के मामले में कर्नाटक देश में पहले स्थान पर है.

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Last Updated : Oct 7, 2023, 7:26 PM IST
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