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Girl Rescued in Dumka: एक नादानी से लड़की हो सकती थी ट्रैफिकिंग की शिकार, आरपीएफ की सक्रियता से बची जिंदगी - RPF saved girl in dumka

प्यार, इश्क और मोहब्बत किसी से कुछ भी करा ले, उस पर से अगर वो बाली उम्र का इंसान हो तो फिर कहना ही क्या. लेकिन यही उम्र होती है जब कोई आपका फायदा भी उठा सकता है. कुछ ऐसा ही हुआ हजारीबाग की एक लड़की के साथ. गनीमत यह रही कि वह बेईमानों के चंगुल में फंसने से बच गई.

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Published : Feb 23, 2023, 7:00 PM IST

दुमका: सोशल मीडिया का जमाना है. लोग रियल से ज्यादा वर्चुअल जिंदगी जी रहे हैं. कुछ ऐसी ही जिंदगी जी रही थी हजारीबाग की एक 15 साल की लड़की. नादान उम्र है. मन में कई तरह की भावनाएं हिलोरें मारती है. इन्हीं भावनाओं में बहकर अपने फेसबुकिया फ्रैंड से मिलने दुमका पहुंच गई. यहां उसका फ्रैंड तो नहीं मिला लेकिन पुलिस वालों से उसका सामना हो गया.

नादानी में उठाया कदमः दरअसल मां-बाप के साये से महरूम इस हजारीबाग की लड़की को सोशल साइट फेसबुक पर एक दोस्त मिल गया. दोस्ती बढ़ती गई. बढ़ते-बढ़ते प्यार में बदल गई. लड़की को लगने लगा कि वो उसके साथ खुशनुमा जिंदगी बिताएगी. फिर क्या था, नादानी में उसने वो कदम उठा लिया, जो उसे नहीं उठाना चाहिए था.

फेसबुकिया प्यार से मिलने पहुंचीः घर से 5सौ रुपए लेकर वो निकल पड़ी अपने फेसबुकिया प्यार से मिलने. हजारीबाग से रांची गई, वहां से ट्रेन पकड़ा और पहुंच गई दुमका. अभी तक लड़की सपनों की जिंदगी में जी रही थी. रंगीन ख्वाब देख रही थी. दुमका पहुंचते ही उसे सच्चाई का पता चलने लगा. जिस सपनों की जिंदगी में जी रही थी, वो टूट रही थी.

सपनों में जी रही थीः सपनों की जिंदगी में वो इस तरह से खोई हुई थी कि उसे अपने प्यार का नाम, पता कुछ भी नहीं मालूम था. दुमका स्टेशन पर हर आने-जाने वालों को वो घूर रही थी. वो अपने उस प्यार को तलाश रही थी. जिससे उसकी सोशल साइट पर मुलाकात हुई थी. जैसे-जैसे वक्त बीत रहा था, लड़की के सपने टूट रहे थे. वक्त बीतता रहा लेकिन वो ना आया जिसकी उसको तलाश थी.

आरपीएफ ने बचायाः दुमका रेलवे स्टेशन पर उसकी तलाश खत्म नहीं हो रही थी. आखिरकार रेलवे पुलिस की उस पर नजर पड़ी. पूछताछ पर माजरा सामने आया. आरपीएफ ने उसे सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया. जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने पहल करते हुए लड़की के परिजनों को बुलाया. परिजनों के पहुंचने के बाद सीडब्ल्यूसी ने उन्हें लड़की को सौंप दिया. कई हिदायत भी दी.

कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग की शिकार तो नहीं बनने वाली थीः अब तक लड़की ख्वाबों की दुनिया से हकीकत की जिंदगी में आ चुकी थी. जिसकी तलाश में वो यहां आई थी, वो नहीं मिला. लेकिन इस पूरे मामले में जो एक बात सामने आ रही है. उसमें यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं लड़की सोशल ट्रैफिकिंग की शिकार तो नहीं होने वाली थी. क्योंकि जिस दोस्त से वो मिलने आई थी, पिछले दो महीने से लगातार वो उसके टच में थी. उसे शादी का झांसा भी दिया गया था. फोन पर बात भी हुई थी. पूरे मामले को कई एंगल से देखा जा रहा है.

पढ़ाई करेगी पूरीः इधर लड़की ने सीडब्ल्यूसी के सामने कहा है कि वो आगे पढ़ाई करेगी. किसी के बहकावे में अब नहीं आएगी. अपने परिजनों के साथ ही रहेगी. पढ़ाई पूरी होने के बाद ही शादी की सोचेगी. इस पूरे मामले में लड़की की किस्मत अच्छी रही कि किसी बुरे शख्स के झांसे में आने से पहले पुलिस की सुरक्षित हाथों में पड़ गई.

दुमका: सोशल मीडिया का जमाना है. लोग रियल से ज्यादा वर्चुअल जिंदगी जी रहे हैं. कुछ ऐसी ही जिंदगी जी रही थी हजारीबाग की एक 15 साल की लड़की. नादान उम्र है. मन में कई तरह की भावनाएं हिलोरें मारती है. इन्हीं भावनाओं में बहकर अपने फेसबुकिया फ्रैंड से मिलने दुमका पहुंच गई. यहां उसका फ्रैंड तो नहीं मिला लेकिन पुलिस वालों से उसका सामना हो गया.

नादानी में उठाया कदमः दरअसल मां-बाप के साये से महरूम इस हजारीबाग की लड़की को सोशल साइट फेसबुक पर एक दोस्त मिल गया. दोस्ती बढ़ती गई. बढ़ते-बढ़ते प्यार में बदल गई. लड़की को लगने लगा कि वो उसके साथ खुशनुमा जिंदगी बिताएगी. फिर क्या था, नादानी में उसने वो कदम उठा लिया, जो उसे नहीं उठाना चाहिए था.

फेसबुकिया प्यार से मिलने पहुंचीः घर से 5सौ रुपए लेकर वो निकल पड़ी अपने फेसबुकिया प्यार से मिलने. हजारीबाग से रांची गई, वहां से ट्रेन पकड़ा और पहुंच गई दुमका. अभी तक लड़की सपनों की जिंदगी में जी रही थी. रंगीन ख्वाब देख रही थी. दुमका पहुंचते ही उसे सच्चाई का पता चलने लगा. जिस सपनों की जिंदगी में जी रही थी, वो टूट रही थी.

सपनों में जी रही थीः सपनों की जिंदगी में वो इस तरह से खोई हुई थी कि उसे अपने प्यार का नाम, पता कुछ भी नहीं मालूम था. दुमका स्टेशन पर हर आने-जाने वालों को वो घूर रही थी. वो अपने उस प्यार को तलाश रही थी. जिससे उसकी सोशल साइट पर मुलाकात हुई थी. जैसे-जैसे वक्त बीत रहा था, लड़की के सपने टूट रहे थे. वक्त बीतता रहा लेकिन वो ना आया जिसकी उसको तलाश थी.

आरपीएफ ने बचायाः दुमका रेलवे स्टेशन पर उसकी तलाश खत्म नहीं हो रही थी. आखिरकार रेलवे पुलिस की उस पर नजर पड़ी. पूछताछ पर माजरा सामने आया. आरपीएफ ने उसे सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया. जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने पहल करते हुए लड़की के परिजनों को बुलाया. परिजनों के पहुंचने के बाद सीडब्ल्यूसी ने उन्हें लड़की को सौंप दिया. कई हिदायत भी दी.

कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग की शिकार तो नहीं बनने वाली थीः अब तक लड़की ख्वाबों की दुनिया से हकीकत की जिंदगी में आ चुकी थी. जिसकी तलाश में वो यहां आई थी, वो नहीं मिला. लेकिन इस पूरे मामले में जो एक बात सामने आ रही है. उसमें यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं लड़की सोशल ट्रैफिकिंग की शिकार तो नहीं होने वाली थी. क्योंकि जिस दोस्त से वो मिलने आई थी, पिछले दो महीने से लगातार वो उसके टच में थी. उसे शादी का झांसा भी दिया गया था. फोन पर बात भी हुई थी. पूरे मामले को कई एंगल से देखा जा रहा है.

पढ़ाई करेगी पूरीः इधर लड़की ने सीडब्ल्यूसी के सामने कहा है कि वो आगे पढ़ाई करेगी. किसी के बहकावे में अब नहीं आएगी. अपने परिजनों के साथ ही रहेगी. पढ़ाई पूरी होने के बाद ही शादी की सोचेगी. इस पूरे मामले में लड़की की किस्मत अच्छी रही कि किसी बुरे शख्स के झांसे में आने से पहले पुलिस की सुरक्षित हाथों में पड़ गई.

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