पटना : बाबा बागेश्वर पटना में है और राजद के नेता लगातार बाबा पर निशाना साध रहे हैं. अब राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने बाबा को मदारी कहा. यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि गांव में जब डुगडुगी बजाने वाला मदारी आता है तो ऐसे ही भीड़ लगती है. पूरे देश को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. ये बहुत बड़ी विडंबना है. दंगाइयों का राज हो गया है. मणिपुर में क्या हुआ देखिए. केंद्र सरकार क्या कर रही है? सब कुछ दिख रहा है. जगदानंद ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा की संविधान की खुलेआम धज्जी उड़ायी जा रही है. धर्म और मजहब के नाम पर खुद प्रधानमंत्री क्या कह रहे हैं कभी भी ऐसा भारत में नहीं हुआ था.
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''संविधान के खिलाफ बोलने वाले को मैं देश का दुश्मन मानता हूं. विघटनकारी तत्वों को जहां से भी ताकत मिलती है और जो भी ताकत देते हैं वो अपने आप में कभी भी भारत के नागरिक नहीं हैं. गांव में केवल मदारी आ जाए और डुगडुगी बजा दे तो आधा गांव इकट्ठा हो जाता है. कभी किसी ने नहीं पूछा कि तुम चिड़िया को आदमी कैसे बना देते हो? धोखाधड़ी ही उनका पेशा है. इनको आडवाणी जैसे रोक देना चाहिए था.''- जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
'आडवाणी जैसे रोक देना चाहिए था' : जगदानंद ने बाबा बागेश्वर पर जमकर निशाना साधा और कहा की पता नहीं ऐसे लोगों को सरकार क्यों बिहार आने देती है? आडवाणी को जैसे रोका गया इसे भी रोकना चाहिए था. उन्होंने बाबा की बातों को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. जगदानंद सिंह ने कहा कि ये सब बेकार की बातें हैं. ये भाषा कौन बोलता है? जो धर्म के नाम पर नफरत फैलाते हैं. हम ऐसी बातों को ठीक नहीं मानते.
कौन हैं बागेश्वर बाबा ? : बता दें कि आरजेडी के नेता लगातार बागेश्वर बाबा पर निशाना साध रहे हैं. कल भाई बीरेन्द्र ने उन्हें ढोंगी बाबा करार दिया था. तो वहीं तेजस्वी यादव ने ऐसे बाबाओं के दरबार में समय की बर्बादी बताया था. इधर तेज प्रताप यादव ने आज कह दिया कि कौन बागेश्वर बाबा हैं वो किसी आबा-बाबा टाबा को नहीं जानते. अब आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष का बयान आने के बाद हमले तेज होते जा रहे हैं.
17 मई तक है बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम: बाबा की एक झलक पाने के लिए चाहे होटल हो, सड़क हो या पांडाल हो सभी जगह खचाखच भरी हुई है. लोगों की आस्था पर जिस तरह से आरजेडी के नेता सवाल उठा रहे हैं, ऐसा लगता है कि बाबा के भक्तों को राजनेताओं के बयान से कुछ लेना-देना नहीं है. हर दिन लाखों की संख्या में भीड़ पहुंच रही है और हनुमत कथा में शामिल हो रही है. 17 मई को बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम का आखिरी दिन है.