नई दिल्ली : कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि फैक्ट फाइंडिंग समिति जल्द ही बनाई जाएगी. यह विवरण लिया जाएगा कि इन राज्यों में कांग्रेस क्यों विफल रही. बाद में कांग्रेस कार्य समिति इस पर चर्चा करेगी.
वेणुगोपाल ने कहा कि अगले 48 घंटों के भीतर समूह का गठन किया जाएगा. बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए सदन को क्रम में रखने की आवश्यकता है. उन्होंने अपने शुरुआती बयान में कहा कि हमें इन गंभीर झटकों पर ध्यान देना है.
यह कहना कि हम बहुत निराश हैं, एक समझ बनाने के लिए है. कहा कि हर पहलू को देखने के लिए एक छोटे समूह के गठन किया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हमें स्पष्ट रूप से यह समझने की आवश्यकता है कि केरल और असम में हम क्यों लगातार सरकारों को नापसंद करने में विफल रहे.
साथ ही क्यों पश्चिम बंगाल में हम पूरी तरह से खाली हाथ रह गए. अगर हम तथ्यों को सामने नहीं रखते हैं तो हमें सही सबक नहीं मिलेगा. जैसा कि कांग्रेस पार्टी पश्चिम बंगाल में एक भी सीट हासिल करने में विफल रही है.
सूत्रों ने कहा कि बैठक में केंद्र और राज्य स्तर पर पार्टी के रुख के अंतर पर सवाल उठाया जा रहा था. इसकी वजह यह है कि केंद्रीय नेतृत्व ने ममता बनर्जी के लिए या नरम रुख अपनाया. दूसरी ओर राज्य नेतृत्व ने उसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जिससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई.
असम चुनाव के परिणामों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करने के पार्टी के फैसले की खिलाफत की. जिसमें कहा गया कि इसका लाभ सहयोगी दलों को मिला है.
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कुछ नेताओं ने ISF और AIUDF के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर भी अपनी चिंता व्यक्त की. जिसमें दावा किया गया कि यह निर्णय पार्टी के हाल ही में लागू हिंदुत्व एजेंडे को नुकसान पहुंचा सकता है.