शिमला: राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि वो जनता के फैसले का सम्मान करते हैं. उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि वो जनता की हमेशा सेवा करते रहेंगे. बीजेपी इस हार की समीक्षा करेगी. इससे पहले सीएम ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हिमाचल की जनता ने भाजपा को अच्छा समर्थन दिया और कई सीटें बहुत कम मार्जिन से डिसाइड हुई हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने हिमाचल में काफी विकास किया है लेकिन जनता का फैसला अंतिम होता है. हॉर्स ट्रेडिंग के सवाल पर सीएम ने कहा कि हिमाचल में ऐसा नहीं है. कांग्रेस के विधायक जीते हैं और पार्टी अपने विधायक संभालेगी. जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा हार के कारणों पर चिंतन करेगी. मीडिया से चर्चा के दौरान जयराम ठाकुर के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी मौजूद रहे.
राजभवन से अधिसूचना जारी- वहीं, राज्यपाल ने इसे स्वीकार कर लिया है. राज्यपाल ने मंत्रिपरिषद की सलाह के अनुसार, हिमाचल प्रदेश विधानसभा को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. उन्होंने जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली राज्य की वर्तमान सरकार से अनुरोध किया है कि वह पद पर बने रहें और अपने कार्यों का निर्वहन तब तक करें जब तक कि नई विधानसभा का गठन न हो जाए और नई सरकार न बन जाए. इस संबंध में राजभवन से अधिसूचना जारी कर दी गई है.
बता दें, सीएम ने सराज विधानसभा क्षेत्र से भारी वोटों के साथ जीत दर्ज की है और इस तरह से उन्होंने वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. सीएम ने लगातार छठी बार जीत दर्ज की है. जयराम ठाकुर साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और उनका राजनीतिक जीवन संघर्षों से भरा हुआ है. छात्र राजनीति से तप कर निकले जयराम ठाकुर ने संगठन में भी सक्रियता से काम किया. इस बार वे छठी दफा चुनाव जीते हैं.
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बाते दें, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 40 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया है, जबकि बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई है. आजाद प्रत्याशियों के खाते में तीन सीटें गईं हैं.