पूर्वी बर्धमान: पश्चिम बंगाल में एक महिला के साथ दुष्कर्म का ताजा मामला सामने आया. साथ ही उस पर एफआईआर नहीं कराने का दबाव भी डाला गया. लेकिन जब महिला ने इसका विरोध करते हुए शिकायत दर्ज कराई, तो पूर्वी बर्धमान के मिर्ज़ापुर में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता बापन दास ने कथित तौर पर उसकी निर्वस्त्र करके पिटाई की. अब मामले को लेकर सीपीआईएम ने पुलिस की भूमिका की निंदा की है, जबकि तृणमूल ने जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं.
महिला ने दावा किया कि वह अपने घर तक नहीं जा पा रही है. दबंगों ने घर में तोड़फोड़ की और पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. दूसरी ओर, बर्दवान थाने के पुलिस ने कहा कि घटना की जांच चल रही है. पीड़िता ने कहा कि 'एक महीने पहले मेरे साथ बलात्कार किया गया था. मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. मुझे डराया गया और मामला वापस लेने के लिए दबाव डाला गया. उन्होंने मुझे केस वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी.'
पीड़िता ने कहा कि 'विजयराम, तृणमूल कांग्रेस का स्थानीय नेता है, जिसका एक लड़का दावत देने के लिए घर आया था. उनके साथ कुछ अन्य लोग भी थे. पार्टी के कार्यकर्ता और पुलिस सभी उनके नियंत्रण में हैं, तो कोई कुछ नहीं कर सकता. मेरे वकील को भी धनबल से चुप करा दिया गया. मुझे ले जाया गया और प्रताड़ित किया गया. मेरे घर में तोड़फोड़ की गई है. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. स्थानीय तृणमूल कांग्रेस को सूचित करने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ.'
पीड़िता ने कहा कि 'मैं न्याय के लिए दर-दर भटक रही हूं. मैं अपनी जान के डर से भाग रही हूं.' शिकायत के संबंध में तृणमूल कांग्रेस नेता और बीडीए चेयरमैन काकली गुप्ता ने कहा कि 'बपन दास के नाम पर बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है. लेकिन हमें नहीं पता कि बाद में महिला का मेडिकल टेस्ट हुआ या गोपनीय बयान लिया गया. मैंने पुलिस से मामले की जांच करने को कहा है.'
सीपीएम जिला सचिव सैयद हुसैन ने कहा कि पीड़िता को घर पर रहने की इजाजत नहीं है. लेकिन पुलिस दोषी को न पकड़ कर पीड़ित पर ही हमला कर रही है! पुलिस की यह भूमिका बलात्कारियों को और अधिक लापरवाह बनाती है. अगर इसे नहीं रोका गया तो हम सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.