नई दिल्ली : संसद में हिस्सा लेने के लिए गाजीपुर बॉर्डर से सात किसान जंतर-मंतर पहुंचे हैं. इनका नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कर रहे थे. राकेश टिकैत ने भी संसद के सामने अनाज मंडियों को लेकर अपने सवाल रखे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा किसानों के संसद के बाहर घरना देने से सरकार पर प्रभाव पड़ेगा. सरकार को मांगें माननी पड़ेंगी. रोटेशन के आधार पर किसान जंतर-मंतर पहुंचे और किसान संसद में अपनी आवाज को बुलंद करेंगे. किसान संसद में किसानों के मुद्दे पर चर्चाएं हो रही हैं और सभी किसान अपनी क्षेत्र की समस्याओं को रख रहे हैं.
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किसान आंदोलन के आगे की रणनीति से जुड़े सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि रणनीति तो सरकार बनाती है. किसान तो खेती-बाड़ी करता है. लेकिन अब आंदोलन करने को मजबूर है. सरकार जब तक मांगें नहीं मानती हैं, तब तक किसान आंदोलन चलता रहेगा. किसान संसद सरकार तक बात पहुंचाने का एक माध्यम है. हम सरकार तक अपनी बातें पहुंचाते रहेंगे.