नई दिल्ली : शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली में शुरू हुई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं. अपने उद्घाटन भाषण में, उन्होंने एससीओ राष्ट्रों के बीच सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध युगों से चले आ रहे हैं. हमारे देशों के नागरिक उन सभ्यताओं और संस्कृतियों से जुड़े रहे हैं. हम वस्तुओं और विचारों का आदान-प्रदान करते रहे हैं.
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We should unitedly fight terrorism. If SCO has to emerge stronger, we have to fight together. Terror groups are using new methods like social media and crowdfunding: Defence Minister Rajnath Singh at SCO Defence Ministers' meeting in Delhi pic.twitter.com/2BQAxMDky5
— ANI (@ANI) April 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) April 28, 2023We should unitedly fight terrorism. If SCO has to emerge stronger, we have to fight together. Terror groups are using new methods like social media and crowdfunding: Defence Minister Rajnath Singh at SCO Defence Ministers' meeting in Delhi pic.twitter.com/2BQAxMDky5
— ANI (@ANI) April 28, 2023
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जिसके कारण हम आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विकसित हुए हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ, हम उन संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करेगा. उन्होंने कहा कि एससीओ एक मजबूत क्षेत्रीय संगठन के रूप में विकसित हुआ है. एससीओ के रक्षा मंत्रियों ने दिल्ली में एक साथ तस्वीर भी खिंचवाई. चीनी रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने भी दिल्ली में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित किया.
पाकिस्तान वर्चुअल मोड में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहा है. इससे पहले, इसने कॉन्क्लेव को छोड़ने का फैसला किया था. चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू, ताजिकिस्तान के कर्नल जनरल शेराली मिर्जो, ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा घरेई अश्तियानी और कजाकिस्तान के कर्नल जनरल रुस्लान झाकसीलीकोव एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक से एक दिन पहले गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे. रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान के उनके समकक्ष भी बैठक में भाग ले रहे हैं.
बैठक की तैयारियों में शामिल अधिकारियों ने कहा कि विचार-विमर्श का मुख्य फोकस अफगानिस्तान के घटनाक्रम सहित क्षेत्रीय सुरक्षा स्थितियां रहीं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एससीओ सदस्य देशों के बीच समन्वय बढ़ाना दूसरी प्राथमिकता होगी. एससीओ 2001 में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है. एससीओ की सदस्यता में भारत के अलावा कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. सदस्य देशों के अलावा, दो पर्यवेक्षक देश बेलारूस और ईरान भी एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे. भारत और पाकिस्तान 2017 में स्थायी सदस्य बने.
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(एएनआई)