जयपुर. साइबर ठगी करने वाले गिरोह को वारदातों के लिए बैंक खाते मुहैया कराने वाले दो सगे भाइयों को सीआईडी सीबी की टीम ने गिरफ्तार किया है. ये दोनों सगे भाई जयपुर में रहते और चाय की थड़ी (दूकान) पर बेरोजगार छात्रों को विश्वास में लेते. इसके बाद 3000 रुपए देकर पहले उनका विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाते. बाद में उन खातों को साइबर ठगों को 13,000 रुपये में बेच देते थे.
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी सीबी के डीआईजी राहुल प्रकाश की मॉनिटरिंग और एएसपी हरिराम कुमावत के सुपरविजन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. टीम को अलवर जिले के खेड़ली हाल जयपुर निवासी आदित्य जांगिड़ (24) और उसके भाई रवि जांगिड़ (21) के बारे में सूचना मिली. टीम को जांच पड़ताल में पता चला कि आदित्य जांगिड़ अलवर में टेलीपरफारमेंस कंपनी में कस्टमर केयर पर करीब 2 साल काम कर चुका है. फिलहाल जयपुर में जगतपुरा में कॉलेज के पास चाय की दुकान पर और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कॉलेज के छात्रों से संपर्क कर उन्हें ट्रेडिंग के काम के बारे में बताता है. उसे काम के लिए मोटिवेट करके उसका मोबाइल नंबर लेकर व्हाट्सएप से संपर्क करता है.
फर्जी जॉब ऑफर लेटर से खुलवाते बैंक खाता : डीआईजी क्राइम डॉ. राहुल प्रकाश ने बताया कि दोनों भाई अपने साथी नगर निवासी असलम फौजी से टेलीपरफारमेंस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी का फर्जी नियुक्ति प्रस्ताव बनवाते और उसकी मदद से बेरोजगार छात्रों के बैंक खाते खुलवा लेते. बैंक खाते के दस्तावेज, चेक बुक, एटीएम, एटीएम पिन आदि का लिफाफा हासिल कर सेक्सटॉर्शन और ओएलएक्स पर धोखाधड़ी करने वाले शातिर साइबर ठगों को 13,000 में बेच दिया करते थे.
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बड़ी संख्या में बैंक दस्तावेज मिले : दोनों साइबर ठगों के कब्जे से टीम ने 9 बैंक खातेदारों के खाते किट, 7 अन्य बैंकों के चेक, 24 अन्य बैंक खातों का विवरण तथा अन्य जरूरी दस्तावेज और एक स्विफ्ट कार बरामद की है. इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में एएसआई दुष्यंत सिंह, हेड कांस्टेल शाहिद अली, रविन्द्र सिंह, एसआई दया राम और कांस्टेबल महेंद्र सिंह भी शामिल थे.
अब तक गिरोह से जुड़े 15 बदमाश चढ़े हत्थे : एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने 5 अप्रैल को जवाहर नगर क्षेत्र में फर्जी तरीके से एटीएम कार्ड तैयार कर दिन में 10-12 लाख रुपए एटीएम से निकालने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 11.73 लाख जब्त किए थे. इस मामले में सीआईडी, जयपुर, भरतपुर और कोटा पुलिस द्वारा अब तक कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम लगातार इन अभियुक्तों के गिरोह पर नजर रख रही थी.