कोटा. राष्ट्रीय सह पात्रता परीक्षा (NEET UG 2023) के परिणाम के बाद मेडिकल काउंसलिंग शुरू हुई थी, जो अब समाप्त हो चुकी है. इसके जरिए देश भर की 1 लाख से ज्यादा मेडिकल सीटों पर प्रवेश दिया गया है. इनमें सरकारी, प्राइवेट और डीम्ड कॉलेजों की सभी सीटें शामिल थीं. इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि नीट यूजी की परीक्षा में 2038596 विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 1145976 लाख के आसपास विद्यार्थी सफल घोषित किए थे, जो नीट यूजी की काउंसलिंग में पात्र थे. इनमें से 107 अंक लाने वाली विद्यार्थी को भी एमबीबीएस की सीट मिली है.
15 फीसदी अंक पर मिला प्रवेश : कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि रैंक 1221896 वाले छात्र को भी श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चेन्नई की सीट मिली है. यह स्टूडेंट ओबीसी केटेगरी से थी. इसी तरह से जनरल कैटेगरी वाले विद्यार्थी को 106172वीं रैंक पर सीट मिली है. वहीं, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के विद्यार्थी को 121024 रैंक पर यह सीट अलॉट हुई है. दोनों स्टूडेंट्स को भी श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चेन्नई आवंटित हुआ है. इन दोनों को नीट यूजी में 137 अंक प्राप्त हुए थे. ओबीसी के स्टूडेंट को 12,21,896 रैंक पर भी एमबीबीएस में एडमिशन मिला है, उसके नीट यूजी में प्राप्तांक 107 हैं, यह टॉपर स्टूडेंट से 613 अंक कम है. यानी कि महज 15 फीसदी अंकों पर ही इस प्रवेश मिल गया है.
सरकारी मेडिकल सीट 23562 रैंक पर : सरकारी मेडिकल कॉलेज की सीट पर 23562 रैंक के साथ जनरल कैटेगरी के विद्यार्थी को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज चुरा चंद्रपुर मणिपुर मिला है. इसी तरह से ओबीसी कैटेगरी में 23575 रैंक पर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज पोरबंदर मिला है. यह सरकारी मेडिकल कॉलेज है, जिसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एजुकेशन एंड रिसर्च सोसाइटी संचालित करती है. वहीं, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के विद्यार्थी को 25505 रैंक पर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज डुमरीगल तमिलनाडु मिला है.
1.20 करोड़ में पूरी होगी एमबीबीएस : देश में सबसे ज्यादा मेडिकल फीस के मामले में डी.वाय. पाटिल डीम्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी मुंबई की है. यहां एमबीबीएस की फीस 27 लाख सालाना के आसपास है. इस यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस विद्यार्थी को साढ़े 4 साल के लिए एक करोड़ 21 लाख रुपए फीस देनी होगी. वहीं, श्रीबालाजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चेन्नई की फीस 26.50 लाख सालाना है. इस कॉलेज के विद्यार्थियों को एमबीबीएस करने के लिए एक करोड़ 19 लाख रुपए की फीस देनी होगी.
टॉपर्स लेकर आए थे 720 में से 720 अंक : नीट यूजी के परिणाम के अनुसार दो विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे. तमिलनाडु के प्रभंजन जे और आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती टॉपर रहे थे. दोनों को ही पहले रैंक दी गई थी. तमिलनाडु के प्रभंजन जे ने जीपमेर पांडिचेरी में प्रवेश लिया है, जबकि आंध्र प्रदेश के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने दिल्ली एम्स में प्रवेश लिया है. जनरल और ईडब्ल्यूएस विद्यार्थियों के लिए कट ऑफ 137 अंक थी, जबकि अन्य कैटेगरी ओबीसी, एससी व एसटी के लिए यह 107 अंक थी.
15 फीसदी अंक नहीं ला पाए थे स्टूडेंट्स : नीट यूजी में क्वालीफाई करने के लिए जनरल और ईडब्ल्यूएस वालों को 137, एससी, एसटी और ओबीसी को 107 अंकों की आवश्यकता थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अनुसार परीक्षा में बैठने वाले 20,38,596 अभ्यर्थियों में से 11,45,976 क्वालिफाई घोषित हुए हैं. जनरल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के 7,44,307 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 4,10,727 सफल घोषित हुए हैं, जबकि 3,33,580 अभ्यर्थी क्वालीफाई नहीं हुए हैं. यह अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो नीट यूजी 2023 के प्रश्न पत्र में 720 का 19 फीसदी यानी 137 अंक भी नहीं ला पाए. आरक्षित कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग कटऑफ 107 अंक रहा. इसके अनुसार अभ्यर्थियों को क्वालिफाई करने के लिए महज 14.86 फीसदी अंक लाने थे. इस कैटेगरी के 12,94,289 अभ्यर्थियों में से 7,35,249 क्वालीफाई घोषित हुए हैं, जबकि 5,59,040 अभ्यर्थी कट-ऑफ क्रॉस नहीं कर सके.