जयपुर : राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कई तरह की सौगंध उठा ली है. उनका कहना है कि राजस्थान में सत्ता में लौटने के बाद ही वह रात का खाना ग्रहण करेंगे. तब तक वह डिनर नहीं करेंगे. इसके अलावा इस दौरान वह किसी भी आयोजन में माला या गुलदस्ता स्वीकार नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता से हटाने तक साफा भी नहीं पहनने का संकल्प लिया है.
उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए जाते समय सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता उनके लिए माला, गुलदस्ते और अन्य उपहार लाते रहे हैं. मगर उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि कि पहले अपनी पार्टी को सत्ता में वापस लाएं और उसके बाद ही मैं इन मालाओं और गुलदस्ते को स्वीकार करूंगा. साथ ही अपने प्रण के बारे में बताया कि जब तक भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में नहीं लौटती तब तक वह डिनर नहीं करेंगे.
राजस्थान में पार्टी की रणनीति के बारे बताते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनावों में नए उम्मीदवार दिखाई देंगे. उन्होंने कहा कि नए कार्यकर्ताओं को खुद को साबित करने का मौका मिलेगा. यह सुनिश्चित बीजेपी 50 प्रतिशत नए चेहरों को उतारने की प्लानिंग कर रही है.
राजस्थान में पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी पर उन्होंने कहा कि वह पार्टी के भीतर हो रहे सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. पूनिया ने कहा कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रदेश के सभी इलाकों की यात्रा कर रहे हैं. बीजेपी के कार्यकर्ताओं की रणनीतिक पहल की वजह से भाजपा पंचायत चुनावों में मजबूत रही और सत्ताधारी कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी.
जब उनसे यह पूछा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के लिए क्यों नहीं गईं तो उन्होंने कहा कि वह हमारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. पार्टी आलाकमान को पता है कि किसे क्या प्रभार देना है. ये ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर पार्टी निर्णय लेती है.
बता दें कि पूनिया के राजस्थान भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद से ही वसुंधरा राजे और उनकी टीम ने पार्टी की बैठकों से दूरी बना रखी है. जोधपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पंजाब में भाजपा के प्रभारी हैं. पूनिया को पंजाब और उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रचार का जिम्मा भी सौंपा गया है. गुटबाजी के सवाल पर पूनिया ने कहा, मैं पार्टी का एक विनम्र कार्यकर्ता हूं, और सभी को साथ लेकर चलने के लिए ईमानदारी से काम कर रहा हूं. हम एक बड़े परिवार की तरह हैं जहां कई मुद्दे हैं, लेकिन उनका समाधान भी किया जाता है.
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