जयपुर. राजस्थान के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. नेताओं के बीच बयानबाजी को लेकर अब चुनाव आयोग भी सक्रिय नजर आ रहा है. इसी सिलसिले में गुरुवार को चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. चुनाव आयोग ने राजस्थान में कांग्रेस के प्रचार और सभाओं के दौरान कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता की दिशा निर्देश के उलंघन को लेकर प्रियंका गांधी से जवाब मांगा है.
यह है पूरा मामलाः 20 अक्टूबर को दौसा के सिकराय में जनसभा के दौरान प्रियंका गांधी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक समुदाय विशेष से जुड़े धार्मिक स्थल के भ्रमण के दौरान घटनाक्रम को लेकर टिप्पणी की गई थी. इसे चुनाव आयोग ने संदिग्ध माना है और इसे आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में रखा है. चुनाव आयोग ने इस नोटिस में हवाला दिया है कि 21 अक्टूबर को राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष ने व्यक्तिगत रूप से इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी.
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शिकायत में दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सभा में झूठी और भ्रामक बात कही गई थी, जो कि धार्मिक भावनाओं से जुड़ी हुई है. चुनाव आयोग की ओर से 30 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक प्रियंका गांधी को जवाब देने के लिए कहा है. साथ ही यह चेतावनी दी गई है कि यदि वे इस दौरान अपना जवाब पेश नहीं करती हैं, तो फिर चुनाव आयोग कार्रवाई को लेकर अगला कदम उठाएगा. आयोग ने अपने नोटिस में यह भी कहा कि राजनीतिक पार्टियों को एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए आयोग की ओर से बनी हुई गाइडलाइन का ध्यान रखना चाहिए था. जाति और धर्म के नाम पर कोई सभा आयोजित नहीं की जाएगी, न ही धार्मिक आधार पर किसी प्रकार की टिप्पणी की जाएगी . वोट लेने के लिए किसी भी तरह के धार्मिक बयान नहीं दिए जा सकते .