अजमेर. राजस्थान के अजमेर जिले में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने एक बयान जारी करते हुए केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. चिश्ती ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है, जिससे वो नाराज और दुखी हैं. केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए क्या कर रही है?
मणिपुर घटना पर कही ये बात : ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन ने हरियाणा के नूंह और अन्य जिलों में बिगड़े साम्प्रदायिक माहौल को लेकर शांति की अपील की है. इसके बाद दरगाह में खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने देश में अल्पसंख्याओं पर जुल्म होने की बात कही है. चिश्ती ने कहा कि भारत धर्म निरपेक्ष और एक लोकतांत्रिक देश है. उन्होंने आरोप लगाया कि धार्मिक स्थलों पर हमले हो रहे हैं. मणिपुर में महिलाओं के साथ जुल्म हुआ है, इससे दुनिया में देश की बदनामी हुई है.
हम भी भारतीय हैं...: चिश्ती ने कहा कि भारत सरकार ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए क्या योजना बनाई है? अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्म को लेकर लोगों में गुस्सा और चिंता है. कब तक अल्पसंख्यकों के धैर्य की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम भी भारतीय हैं और हम दुखी हैं. हमारे साथ यह जुल्म क्यों ? यह देश सबका है. जो भारत के सांप्रदायिक सद्भाव में यकीन करते हैं, उनसे अपील है कि वो भी आवाज बुलंद करें. धर्मनिरपेक्षता को मानने वाली राजनीतिक पार्टियों को भी इस मामले में आवाज बुलंद करनी चाहिए.