पटना: बिहार में बादल बरसे तो फिर ऐसे बरसे के सब कुछ पानी पानी हो गया. पहले ही सावन की रिमझिम फुहारों पर नगर निगम के बदइंतजामी उजागर हो गई. NMCH के अस्पताल में पानी घुस आया. सड़कें समुंदर बन गईं और ड्राइवर हिचकोले खाते हुए गड्ढों में जा गिरे.
पहली बारिश में पानी-पानी हुई राजधानी: पटना का सबसे पॉश इलाके का हाल तो और भी बुरा हो गया है. वीरचंद पटेल पथ, वीवीआईपी रोड है. यहां सभी बड़ी पार्टियों के कार्यालय हैं. बड़े नेताओं और अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है. उस इलाके की सड़क का हाल तो और बुरा हो गया है. सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे पड़ गए हैं, जिसमें कई गाड़ियां धंस गईं.
जज साहब को पिकअप करने आई गाड़ी भी फंसी: इन गाड़ियों में से एक गाड़ी जस्टिस संदीप कुमार को पिकअप करने के लिए आई थी, लेकिन पानी भरे होने के कारण ड्राइवर गड्ढे का अंदाजा ही नहीं लगा पाया और घुस गया. काफी मशक्कत के बाद किसी तरह से लोगों की मदद से गाड़ी को गड्ढे से बाहर निकाला जा सका.
पानी में डूबकर काम पर जा रहे लोग: कदमकुआं के इलाके भी पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं. चारों तरफ पानी ही पानी है. लोग पानी में घुसकर आवाजाही करने को विवश हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि काम पर तो जाना ही पड़ेगा. जलजमाव के कारण आना जाना दुश्वार हो गया है.
"ऑफिस तो जाना ही पड़ेगा. जलजमाव के कारण काफी देरी हो रही है. पानी भराव के कारण मैं स्कूटी नहीं निकाल पा रही हूं."-प्रियंका, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
गाड़ी बंद हो जा रही है. ना सरकार और ना नगर निगम का कोई ध्यान है. जगह-जगह गड्ढे में गाड़ियां फंस जा रही है. गाड़ी चलाने में डर भी लग रहा है.- श्रीराम, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
हर बार कहा जाता है कि पानी नहीं जमा होगा लेकिन आप ही देखिए क्या हाल है. हर बार की यही कहानी है. थोड़े देर पहले एक महिला गिर गई. डर लगता है, कहीं कहीं चेंबर खुला है. पानी के कारण सड़क में कहां क्या है कुछ पता नहीं चल रहा.- श्याम कुमार, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
हर साल का यही हाल है. किसी तरह से गाड़ी लेकर जा रहे हैं. काफी परेशानी हो रही है.- सन्नी कुमार, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
"बहुत ज्यादा पानी है. आने जाने में नहीं बन रहा है. घुटनों तक पानी पहुंच गया है."- बजरंगी, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
"हम शुरू से ही यहां का यही हाल देख रहे हैं. कोई गाड़ी लेकर आना नहीं चाहता है. बोलता है गाड़ी फंस जाएगी. थोड़ी दूर रिक्शा लेकर आते हैं तो किराया 50 से 60 रुपये देने पड़ रहे हैं. हम कहां से देंगे. पिछली बार मोटर लगाकर पाइप से पानी निकाला गया था इस बार वो भी नहीं निकल रहा है. नगर निगम इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दे."- रूबी गुप्ता, स्थानीय निवासी, कदमकुआं
"ड्यूटी का समय है. प्राइवेट जॉब में लेट जाएंगे तो सुनना पड़ेगा. ओला रिक्शा बुक करने पर ज्यादा किराया देना पड़ रहा है. दो तीन घंटे की बारिश में घर तक पानी पहुंच जा रहा है. मेन रोड पर रहने वालों को ज्यादा परेशानी हो रही है. नगर निगम वालों को सिर्फ वोट से मतलब है."- काजल सिंह,स्थानीय निवासी, कदमकुआं
जलजमाव और बदबू से बोरिंग रोड के लोग परेशान : स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर कचरे की भी कोई कमी नहीं है. पानी के कारण कचरा पूरे सड़क पर तैर रहा है. उसके कारण बदबू भी बढ़ गई है. लोगों का सांस लेना भी दूभर होता जा रहा है. ऐसे में कई बीमारियों का डर भी लोगों को सताने लगा है.
"ये हमेशा रहने वाला है. नीतीश आए या बीजेपी यही हाल रहने वाला है. हम तो परेशान हो गए हैं. पानी में डूबकर काम करने जा रहे हैं. बीमारी हो सकती है. सांप काट सकता है, मर सकते हैं. किसी नेता विधायक को हमारी परेशानी से कुछ लेना देना नहीं है."- मनोहर, स्थानीय निवासी, बोरिंग रोड
पटना एनएमसीएच अस्पताल में घुसा पानी: वहीं बारिश के कारण नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी पानी पहुंच गया है. NMCH पूरी तरह से झील में तब्दील हो चुका है. इसके कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं इलाज करने आने वाले चिकित्सकों को भी इलाज के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा. अस्पताल में ऐसे हालात कब तक रहेंगे, किसी को नहीं पता.
सहरसा पानी पानी: वहीं विगत तीन दिनों से लगातार हो रही है बारिश से सहरसा में भी हालात खराब होते जा रहे हैं. शुक्रवार को फिर मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. मेयर गांधी पथ, न्यू कॉलोनी, नया बाजार, विद्यापति नगर सहित अन्य कई मुहल्लों में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हैं. वहीं मेयर ने खुद यहां हालात का जायजा लिया.
"बरसात के बाद स्थायी समाधान की दिशा में काम कराये जायेंगे. बीते तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से शहर के अधिकतर मुहल्ले जलजमाव की चपेट में आ गये हैं. नगर निगम क्षेत्र के कई मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति विकट है. कहीं अधिकारियों- कर्मचारियों की लापरवाही दिखती है तो कहीं कृत्रिम समस्या है."- बैन प्रिया,निर्वाचित मेयर
समस्तीपुर का अस्पताल भी पानी में डूबा: राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण समस्तीपुर में कई हिस्सों में भारी जलजमाव देखने को मिला. सदर अस्पताल में भी पानी घुस गया है. मरीज और मरीज के परिजन पानी में डूबकर इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. पानी के बीच मरीजों का रहना दूभर हो रहा है.
वज्रपात से 13 लोगों की मौत : बिहार में गर्मी से राहत तो मिली है. पर बारिश अपने साथ मौत का सौगात भी लायी है. तभी तो सूबे के विभिन्न जिलों में वज्रपात से 13 लोगों की मौत हो गयी है. मरने वालों में नवादा के तीन, शेखपुरा-लखीसराय से दो-दो व्यक्ति हैं, जबकि गया, मुंगेर, जमुई, सिवान, कटिहार और खगड़िया से एक-एक लोगों की मौत हुई है.
2 दिन का अलर्ट जारी: मौसम विभाग के अनुसार बिहार मं अगले 48 घंटे काफी अहम हैं. बिहार मौसम सेवा केंद्र के अनुसार, 30 जून से 2 जून तक राज्य के पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, जमुई, पश्चिम चंपारण, बक्सर, कैमूर, औरंगाबाद, गया, सीतामढ़ी, मधुबनी समेत 38 जिलों के कई इलाकों में हल्की, मध्यम बारिश होने के आसार जताए गए हैं.