नई दिल्ली: राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सजा सुनाने के खिलाफ कांग्रेस पार्टी समेत विपक्षी दल आज विजय चौक से मार्च निकाल रहे हैं. हालात को देखते हुए मौके पर भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है. बता दें, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को गुरुवार को सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद पार्टी ने आने वाले दिनों में सभी समान विचारधारा वाले दलों को साथ लेकर बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है. कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है.
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#WATCH | Delhi: Police make announcements at Vijay Chowk and inform the marching Opposition MPs to not march ahead as Section 144 CrPC is imposed and no agitation is allowed here.
— ANI (@ANI) March 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Opposition MPs are demanding a JPC inquiry into the Adani Group issue. pic.twitter.com/P94Du6PmTm
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— ANI (@ANI) March 24, 2023
Opposition MPs are demanding a JPC inquiry into the Adani Group issue. pic.twitter.com/P94Du6PmTm#WATCH | Delhi: Police make announcements at Vijay Chowk and inform the marching Opposition MPs to not march ahead as Section 144 CrPC is imposed and no agitation is allowed here.
— ANI (@ANI) March 24, 2023
Opposition MPs are demanding a JPC inquiry into the Adani Group issue. pic.twitter.com/P94Du6PmTm
देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की योजना बनाने के लिए शुक्रवार शाम को सभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं को एक बैठक के लिए बुलाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेतृत्व ने इस मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय भी मांगा है. खड़गे के आवास पर आयोजित कांग्रेस सांसदों और संचालन समिति के सदस्यों की बैठक में निर्णय लिए गए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, 'यह सिर्फ कानूनी मुद्दा नहीं है, बल्कि राजनीतिक भी है, क्योंकि सत्तारूढ़ दल विपक्षी नेताओं को डराना चाहता है.'
गुरुवार की सुबह, राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम के बारे में उनकी टिप्पणी पर 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में दोषी पाया गया और दो साल की जेल की सजा सुनाई गई. हालांकि, कांग्रेस नेता को जमानत दे दी गई थी और सूरत की अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति देने के लिए उनकी सजा को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया था.
राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में प्रचार के दौरान 'सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे हो सकता है' कहने के लिए मामला दायर किया था. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'यह सरकार स्पष्ट रूप से संसद के अंदर विपक्षी आवाजों को कुचलने के लिए एक रणनीति पर भरोसा कर रही है और दूसरी रणनीति इसके बाहर है. इसलिए यदि आप संसद के बाहर कुछ कहते हैं, तो वे सदन को चलने नहीं देंगे.'
(आईएएनएस)