चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मोहाली में खुफिया विंग मुख्यालय पर रॉकेट चालित ग्रेनेड दागने में इस्तेमाल किया गया लॉन्चर बरामद कर लिया गया है. साथ ही इस मामले में कई संदिग्धों को पकड़ा गया है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी.के. भावरा ने कहा कि उन्हें कुछ सुराग मिले हैं और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा. मोहाली पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, 'कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की गई है. हमले में इस्तेमाल किए गए लांचर को पुलिस ने बरामद कर लिया है और मामले में सभी सुरागों का बारीकी से पता लगाया जा रहा है.'
इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी वी.के. भवरा और खुफिया इकाई के शीर्ष अधिकारियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की और पुलिस प्रमुख को घटना की गहराई से जांच करने के आदेश दिए. गौरतलब है कि मोहाली में सेक्टर 77 स्थित पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे इमारत की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे. इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की 'काउंटर इंटेलिजेंस विंग', विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के कार्यालय हैं. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. राजनीतिक दलों ने इसे 'परेशान करने वाली' और 'चौंकाने वाली' घटना करार दिया है.
यह भी पढ़ें- मोहाली हमला : पंजाब में 'काले' दिनों की वापसी से कांग्रेस चिंतित
मान ने बैठक के बाद कहा, माहोली में कल हुई घटना के सिलसिले में मैंने डीजीपी और खुफिया इकाई के अधिकारियों के साथ बैठक की. सभी तथ्य सामने आ रहे हैं. कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं और अन्य कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा, मैं कहना चाहता हूं कि जो कोई भी पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश करेगा उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी, जिसे आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी. मान ने कहा कि मामले की जांच की जा रही और बहुत जल्द अपराधी जेल की सलाखों के पीछे होंगे.
(पीटीआई-भाषा)