नई दिल्ली : पंजाब के कांग्रेस सांसदों ने मंगलवार को घोषणा की कि वे लोकसभा में निजी सदस्य विधेयक लाएंगे, जिसमें केंद्र सरकार से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की जाएगी. वे अन्य दलों के सांसदों को भी इस कदम से जुड़ने के लिए कहेंगे.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, परनीत कौर, रवनीत बिट्टू, जसबीर सिंह गिल, अमर सिंह, संतोख चौधरी और मोहम्मद सिद्दीक सहित कांग्रेस सांसदों ने दिल्ली के पंजाब भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि सामूहिक तौर पर और साथ ही व्यक्तिगत निजी सदस्य के तौर पर बिल प्रस्तुत किया जाएगा. यहां तक कि राज्यसभा में अपने सहयोगियों से भी ऐसा करने को कहेंगे.
तिवारी ने कहा कि यह पहल इसलिए कि ताकि इन किसान-विरोधी कानूनों को निरस्त किया जा सके. यह उल्लेख करते हुए कि अब तक 14 निजी सदस्य बिल कानून बनने में सफल रहे हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है यह 15 वां विधेयक होगा.
कई सांसद किसान भी हैं
रवनीत बिट्टू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अपने 247 सांसदों में से 203 ने लोकसभा में 2022 तक खेती को अपने पेशे के रूप में उल्लेख किया और इसलिए यह उम्मीद की जा रही है कि वे कांग्रेस के प्रयासों में शामिल होंगे और सूट का पालन करेंगे. बिट्टू ने कहा कि हमारा मानना है कि इन सांसदों को भी सरकार के अहंकार पर प्रहार करना चाहिए और किसान की बात को देखना चाहिए.
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जसबीर सिंह गिल ने उन किसानों के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान करने की मांग की है, जिन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवा दी.