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यूक्रेन में फंसे छात्रों की स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने की बैठक

यूक्रेन में फंसे पंजाब के छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने बुधवार को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई. इसमें पंजाब के सांसदों ने कहा कि भारतीय नागरिकों को वहां से जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए. इसी सिलसिले में उन्होंने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को एक ज्ञापन सौंपा. पढ़िए ईटीवी भारत संवाददाता नियामिका सिंह की रिपोर्ट...

Memorandum submitted to Minister of State for External Affairs
विदेश राज्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन
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Published : Mar 2, 2022, 11:03 PM IST

नई दिल्ली: यूक्रेन में फंसे पंजाब के छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने बुधवार को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई. पंजाब सांसदों की इस बैठक में गुरजीत सिह औजला, जसबीर सिंह गिल, मनीष तिवारी,अमर सिंह,रवनीत सिहं बिट्टू और संतोख चौधरी मौजूद रहे. बैठक के बाद कांग्रेस सांसदों ने कहा कि यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी है. पंजाब सरकार ने मंत्रालय से इस संबंध में जानकारी भी साझा की. भारतीय नागरिकों को वहां से जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए.

इसी क्रम में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए एक बार फिर पंजाब से अपनी ही पार्टी के सदस्यों पर सवाल उठाए. वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी सहित पंजाब कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को टैग करते हुए कहा कि चुनाव से परे भी जीवन है.

यूक्रेन में फंसे छात्रों की स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने की बैठक

उन्होंने कहा, 'सार्वजनिक जीवन में होने का कारण जनसेवा है. चुनाव राजनीति की शुरुआत और अंत नहीं है. क्या आप वीडियो नहीं देख सकते, हमारे बच्चों का रोना सुन सकते हैं. क्या यह आपका है पंजाब मॉडल? मैं आपकी घोर लापरवाही पर शर्म से सिर झुकाता हूं. जागो सज्जनों, चुनाव के बाद भी एक जीवन होता है.' हालांकि, उन्होंने अकाली दल, आम आदमी पार्टी और भाजपा सहितविधानसभा चुनाव में मजबूती से लड़ने वाले अन्य दलों से भी कहा कि वे यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए आवाज उठाएं.

इसी क्रम में बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ' केंद्र सरकार की आलोचना करने का यह सही समय नहीं है. 2014 से रूस और यूक्रेन के बीच सीमा पर तनाव है. किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह की युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी. इसलिए , यह कहना गलत होगा कि भारत सरकार ने अपने छात्रों को निकालने में देर कर दी. हमारा एकमात्र ध्यान इस बात पर है कि हमारे बच्चों को उनके देश में सुरक्षित रूप से कैसे लाया जा सकता है.' उन्होंने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहते हैं कि वह पूर्वी यूक्रेन से हमारे छात्रों को निकालने के लिए रूसी फ्रंटलाइन के माध्यम से एक रास्ता खोजने के लिए राष्ट्रपति पुतिन से बात करें.'

ये भी पढ़ें - यूक्रेन-रूस युद्ध : भारतीयों को तुरंत खारकीव छोड़ने की सलाह

इस बीच, पंजाब कांग्रेस के छह सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ उनके आवास पर बैठक कर यूक्रेन से अपने राज्य के छात्रों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए एक ज्ञापन सौंपा. इन सांसदों में मनीष तिवारी, गुरजीत सिंह औजला, रवनीत सिंह बिट्टू, संतोख चौधरी, अमर सिंह और जसबीर सिंह गिल शामिल थे. सांसदों ने उन्होंने उन छात्रों की भी सूची दी, जिनके साथ उनके परिवार के सभी संपर्क टूट गए हैं.

एक रिपोर्ट.

वहीं अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला ने ईटीवी भारत से कहा कि भारतीय दूतावास को हर संभव तरीके से सहयोग करना चाहिए क्योंकि फंसे हुए छात्रों के परिवारों के पास एकमात्र उम्मीद यही दूतावास है. उनका यह बयान अमृतसर की एक लड़की के वीडियो के संदर्भ में था, जो यूक्रेन से लौटी थी, जिसमें उसने आरोप लगाया गया था कि भारतीय दूतावास के अधिकारी छात्रों के साथ 'झूठ' बोल रहे हैं. वहीं कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री से समय मांगा है. हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद मंत्री से भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने का आग्रह करना चाहते हैं.

नई दिल्ली: यूक्रेन में फंसे पंजाब के छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने बुधवार को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई. पंजाब सांसदों की इस बैठक में गुरजीत सिह औजला, जसबीर सिंह गिल, मनीष तिवारी,अमर सिंह,रवनीत सिहं बिट्टू और संतोख चौधरी मौजूद रहे. बैठक के बाद कांग्रेस सांसदों ने कहा कि यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी है. पंजाब सरकार ने मंत्रालय से इस संबंध में जानकारी भी साझा की. भारतीय नागरिकों को वहां से जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए.

इसी क्रम में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए एक बार फिर पंजाब से अपनी ही पार्टी के सदस्यों पर सवाल उठाए. वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी सहित पंजाब कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को टैग करते हुए कहा कि चुनाव से परे भी जीवन है.

यूक्रेन में फंसे छात्रों की स्वदेश वापसी को लेकर पंजाब कांग्रेस के सांसदों ने की बैठक

उन्होंने कहा, 'सार्वजनिक जीवन में होने का कारण जनसेवा है. चुनाव राजनीति की शुरुआत और अंत नहीं है. क्या आप वीडियो नहीं देख सकते, हमारे बच्चों का रोना सुन सकते हैं. क्या यह आपका है पंजाब मॉडल? मैं आपकी घोर लापरवाही पर शर्म से सिर झुकाता हूं. जागो सज्जनों, चुनाव के बाद भी एक जीवन होता है.' हालांकि, उन्होंने अकाली दल, आम आदमी पार्टी और भाजपा सहितविधानसभा चुनाव में मजबूती से लड़ने वाले अन्य दलों से भी कहा कि वे यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए आवाज उठाएं.

इसी क्रम में बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ' केंद्र सरकार की आलोचना करने का यह सही समय नहीं है. 2014 से रूस और यूक्रेन के बीच सीमा पर तनाव है. किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह की युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी. इसलिए , यह कहना गलत होगा कि भारत सरकार ने अपने छात्रों को निकालने में देर कर दी. हमारा एकमात्र ध्यान इस बात पर है कि हमारे बच्चों को उनके देश में सुरक्षित रूप से कैसे लाया जा सकता है.' उन्होंने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहते हैं कि वह पूर्वी यूक्रेन से हमारे छात्रों को निकालने के लिए रूसी फ्रंटलाइन के माध्यम से एक रास्ता खोजने के लिए राष्ट्रपति पुतिन से बात करें.'

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इस बीच, पंजाब कांग्रेस के छह सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ उनके आवास पर बैठक कर यूक्रेन से अपने राज्य के छात्रों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए एक ज्ञापन सौंपा. इन सांसदों में मनीष तिवारी, गुरजीत सिंह औजला, रवनीत सिंह बिट्टू, संतोख चौधरी, अमर सिंह और जसबीर सिंह गिल शामिल थे. सांसदों ने उन्होंने उन छात्रों की भी सूची दी, जिनके साथ उनके परिवार के सभी संपर्क टूट गए हैं.

एक रिपोर्ट.

वहीं अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला ने ईटीवी भारत से कहा कि भारतीय दूतावास को हर संभव तरीके से सहयोग करना चाहिए क्योंकि फंसे हुए छात्रों के परिवारों के पास एकमात्र उम्मीद यही दूतावास है. उनका यह बयान अमृतसर की एक लड़की के वीडियो के संदर्भ में था, जो यूक्रेन से लौटी थी, जिसमें उसने आरोप लगाया गया था कि भारतीय दूतावास के अधिकारी छात्रों के साथ 'झूठ' बोल रहे हैं. वहीं कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री से समय मांगा है. हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद मंत्री से भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने का आग्रह करना चाहते हैं.

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