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लखनऊ : प्रियंका गांधी के 'मौन' से योगी प्रशासन बेचैन - कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने लखनऊ जिला प्रशासन को धोखे में रखकर जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर धरने पर बैठ गईं. हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने का अनुमति ली थी.

प्रियंका
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Published : Jul 16, 2021, 7:31 PM IST

Updated : Jul 16, 2021, 7:50 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन को कांग्रेस की महासचिव गच्चा देने में कामयाब हो गई. शुक्रवार को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रणनीति को समझ न सका और प्रियंका मौन धारण करते हुए जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठ गईं. फिर क्या था प्रियंका गांधी के एक्शन मोड में आते ही प्रशासन सकते में आ गया. साथ ही प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने में पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. कहना गलत नहीं होगा कि प्रशासन और सभी को छकाते हुए धरना देने में कामयाब हुईं प्रियंका गांधी ने जोर का झटका धीरे दे दिया.

दरअसल, राजधानी में कदम रखते ही प्रियंका गांधी सुर्खियों में है. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (Chaudhary Charan Singh Airport) से लेकर जीपीओ तक पहुंचने के क्रम में प्रियंका गांधी का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. प्रशासन को धोखा देने के लिए प्रियंका गांधी एयरपोर्ट से सीधे जीपीओ न जाकर पहले कौल हाउस गईं, जहां पर उन्हें रात में ठहरना प्रस्तावित है.

Priyanka Gandhi in Lucknow, Up Assembly election 2022
गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करतीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव

पढ़ें: उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा: प्रियंका गांधी

यहां पर कुछ देर ठहरने के बाद जीपीओ पहुंचकर पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया फिर दो मिनट का मौन रखा. जब पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए प्रियंका से अनुरोध किया, तो उन्होंने कोई जवाब न देकर कागज पर सिर्फ इतना लिखा कि 'पंचायत चुनाव में भी कोरोना था'. इसके बाद पुलिस प्रशासन के माथे पर पसीना आ गया. मौका देख प्रियंका गांधी धरने पर बैठ गईं और साथ ही कांग्रेस मुख्यालय पर बड़ी संख्या में जमा कार्यकर्ताओं को भी गांधी प्रतिमा पर धरने के लिए आमंत्रित कर दिया.

गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव

बीजेपी कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर है गांधी प्रतिमा

बीजेपी कार्यालय से गांधी प्रतिमा की दूरी महज चंद कदमों की है और शुक्रवार को बीजेपी कार्यालय पर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही थी. ऐसे में भाजपा की बैठक की खबर प्रमुखता से न बने और प्रियंका छा जाएं, इसलिए यह पैंतरा चला है. धरने से प्रियंका गांधी ने प्रदेश की योगी सरकार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की है.

निश्चित तौर पर प्रियंका गांधी की इस रणनीति के बाद अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को समझ आ गया होगा कि पुष्पांजलि की अनुमति देना कहीं न कहीं उन्हीं पर भारी पड़ गया. बता दें कि प्रियंका गांधी का 3 दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची हैं. यहां पर वे संगठन की मजबूती को लेकर विचार-विमर्श करेंगी. इसके साथ ही कई प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात भी करेंगी. जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगी. दो दिन प्रियंका गांधी गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी.

लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन को कांग्रेस की महासचिव गच्चा देने में कामयाब हो गई. शुक्रवार को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रणनीति को समझ न सका और प्रियंका मौन धारण करते हुए जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठ गईं. फिर क्या था प्रियंका गांधी के एक्शन मोड में आते ही प्रशासन सकते में आ गया. साथ ही प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने में पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. कहना गलत नहीं होगा कि प्रशासन और सभी को छकाते हुए धरना देने में कामयाब हुईं प्रियंका गांधी ने जोर का झटका धीरे दे दिया.

दरअसल, राजधानी में कदम रखते ही प्रियंका गांधी सुर्खियों में है. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (Chaudhary Charan Singh Airport) से लेकर जीपीओ तक पहुंचने के क्रम में प्रियंका गांधी का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. प्रशासन को धोखा देने के लिए प्रियंका गांधी एयरपोर्ट से सीधे जीपीओ न जाकर पहले कौल हाउस गईं, जहां पर उन्हें रात में ठहरना प्रस्तावित है.

Priyanka Gandhi in Lucknow, Up Assembly election 2022
गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करतीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव

पढ़ें: उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा: प्रियंका गांधी

यहां पर कुछ देर ठहरने के बाद जीपीओ पहुंचकर पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया फिर दो मिनट का मौन रखा. जब पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए प्रियंका से अनुरोध किया, तो उन्होंने कोई जवाब न देकर कागज पर सिर्फ इतना लिखा कि 'पंचायत चुनाव में भी कोरोना था'. इसके बाद पुलिस प्रशासन के माथे पर पसीना आ गया. मौका देख प्रियंका गांधी धरने पर बैठ गईं और साथ ही कांग्रेस मुख्यालय पर बड़ी संख्या में जमा कार्यकर्ताओं को भी गांधी प्रतिमा पर धरने के लिए आमंत्रित कर दिया.

गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव

बीजेपी कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर है गांधी प्रतिमा

बीजेपी कार्यालय से गांधी प्रतिमा की दूरी महज चंद कदमों की है और शुक्रवार को बीजेपी कार्यालय पर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही थी. ऐसे में भाजपा की बैठक की खबर प्रमुखता से न बने और प्रियंका छा जाएं, इसलिए यह पैंतरा चला है. धरने से प्रियंका गांधी ने प्रदेश की योगी सरकार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की है.

निश्चित तौर पर प्रियंका गांधी की इस रणनीति के बाद अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को समझ आ गया होगा कि पुष्पांजलि की अनुमति देना कहीं न कहीं उन्हीं पर भारी पड़ गया. बता दें कि प्रियंका गांधी का 3 दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची हैं. यहां पर वे संगठन की मजबूती को लेकर विचार-विमर्श करेंगी. इसके साथ ही कई प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात भी करेंगी. जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगी. दो दिन प्रियंका गांधी गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी.

Last Updated : Jul 16, 2021, 7:50 PM IST
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