अयोध्या : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास (Mahant Nritya Gopal Das) की अचानक तबीयत बिगड़ गई है. 83 वर्षीय महंत नृत्य गोपाल दास के सीने में दर्द, अत्यधिक पेशाब की परेशानी और ऑक्सीजन के स्तर में उतार-चढ़ाव की शिकायत के बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महंत गोपाल दास के सहयोगी कमल नयन दास ने बताया कि महंत की सुबह तबीयत बिगड़ने पर अयोध्या जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी. इसके बाद महंत को लखनऊ के अस्पताल ले जाया गया.
महंत को खांसी व अत्यधिक यूरिन डिस्चार्ज की शिकायत होने की बात सामने आई है. महंत नृत्य गोपाल दास के ऑक्सीजन लेवल में भी उतार-चढ़ाव हो रहा है. लखनऊ मेदांता के डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर भी अपनी टीम के साथ अयोध्या पहुंचेंगे. फिलहाल महंत नृत्य गोपाल दास अपने आश्रम मणिराम दास छावनी में हैं.
मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम अयोध्या रवाना
जानकारी के मुताबिक महंत नृत्य गोपाल दास की हालत अचानक खराब हो गई है. स्वास्थ्य खराब होने की सूचना मिलते ही लखनऊ से मेदांता अस्पताल से डॉक्टरों की टीम अयोध्या के लिए निकल गई है. टीम का नेतृत्व मेदांता के डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर कर रहे हैं. टीम की जांच के बाद यह तय किया जाएगा कि महंत नृत्य गोपाल दास को कब मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया जाए. फिलहाल अयोध्या जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने रविवार की दोपहर महंत नृत्य गोपाल दास के स्वास्थ्य की जांच की है.
ऑक्सीजन लेवल में लगातार उतार-चढ़ाव
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महंत नृत्य गोपाल दास को लगातार यूरिन पास की समस्या हो रही है. इसके अलावा वे बीते सप्ताह भर से काफी बीमार महसूस कर रहे हैं. उनके ऑक्सीजन लेवल में भी लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है, जो कि गंभीर समस्या है. महंत नृत्य गोपाल दास को लगातार खांसी की भी समस्या है. जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
आपको बता दें कि वर्ष 2020 में मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान महंत नृत्य गोपाल दास कोरोना संक्रमित हो गए थे. इलाज के बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ था. अब एक बार फिर उनका स्वास्थ्य खराब रहने लगा है, इससे उनके शिष्य परेशान हैं.
जानें कौन हैं महंत नृत्य गोपाल दास
नृत्य गोपाल दास छोटी छावनी के महंत हैं. उनके शिष्य देश और दुनिया में फैले हुए हैं. वो सिर्फ राम जन्म भूमि न्यास के ही अध्यक्ष नहीं, बल्कि कृष्ण जन्म भूमि न्यास के भी अध्यक्ष हैं. इसी नाते वो मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर वहां शिरकत करते रहे हैं. आपको बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लेकर शुरू में साधु-संतों में असंतोष था, लेकिन बाद में ट्रस्ट में इसके अध्यक्ष के तौर पर महंत नृत्य गोपाल दास को लाया गया तब जाकर विवाद शांत हुआ था.
जानकारी के अनुसार सन 1938 में बरसाना मथुरा के कहोला गांव में जन्म लेने वाले नृत्य गोपाल दास ने महज 12 वर्ष की उम्र में ही संन्यास ले लिया था और मथुरा से बाल अवस्था में ही अयोध्या आ गए थे. नृत्य गोपाल दास ने अयोध्या आने के बाद काशी संस्कृत की पढ़ाई करने गए थे. 1953 में वह वापस अयोध्या आए और मणिराम दास छावनी में रुके. उन्होंने राम मनोहर दास से दीक्षा ली थी. इसके बाद उन्हें राम दास छावनी का पीठाधीश्वर बनाया गया. राम दास छावनी अयोध्या के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है. इसी बीच राम मंदिर का आंदोलन शुरू हो गय. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने राम जन्मभूमि न्यास का गठन किया.
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