नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को नये सिरे से तैयार किये गए मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम का उद्घाटन किया जो दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं.
राष्ट्रपति ने गृहमंत्री अमित शाह और खेलमंत्री किरेन रीजीजू समेत कई विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में स्टेडियम का उद्घाटन किया . यहां भारत और इंग्लैंड के बीच बुधवार से दिन रात का तीसरा और चार मार्च से चौथा टेस्ट खेला जाना है.
करीब 63 एकड़ से अधिक परिसर में फैले इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 32 हजार है और इस पर 800 करोड़ रूपये खर्च किये गए हैं . इससे पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड सबसे बड़ा स्टेडियम था जिसकी दर्शक क्षमता 90000 है.
प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा जारी सूचना में कहा गया,यह ओलंपिक आकार के 32 फुटबॉल स्टेडियमों के बराबर का है.
इस मैदान को 2015 में नवीनीकरण के लिये बंद कर दिया गया था . यह क्रिकेट के इतिहास के कई गौरवशाली पलों का साक्षी रहा है.
इसमें सुनील गावस्कर का 1987 में 10000 टेस्ट रन पूरे करना और कपिल देव का 432 टेस्ट विकेट लेकर 1994 में सर रिचर्ड हैडली का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाला गेंदबाज बनना शामिल है.
एमसीजी की डिजाइन बनाने वाले आस्ट्रेलियाई आर्किटेक्ट फर्म पोपुलस समेत कई विशेषज्ञ इसके निर्माण में शामिल थे .
इसमें लाल और काली मिट्टी की 11 पिचें बनाई गई है . यह दुनिया का अकेला स्टेडियम है जिसमें मुख्य और अभ्यास पिचों पर एक सी मिट्टी है .
रीजीजू ने उद्घाटन के मौके पर कहा, हम बचपन में भारत में सबसे बड़े स्टेडियम का सपना देखते थे और अब बतौर खेलमंत्री इसे पूरा होते देखकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है.
पिछले कुछ दिनों से यहां अभ्यास कर रहे भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने भी इस मैदान की जमकर प्रशंसा की है.
इसमें ऐसा ड्रेनेज सिस्टम लगाया गया है कि बारिश के बाद पानी निकालने के लिये सिर्फ 30 मिनट लगेंगे . इसमें एलईडी लाइट छत के परिमाप के साथ ही फिक्स कर दी गई है जिससे लाइट जलने पर परछाई नहीं बनेगी.
यह ऐसा अकेला क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें चार ड्रेसिंग रूम है. इसके अलावा क्रिकेट अकादमी, इंडोर अभ्यास पिचें और दो अलग अभ्यास मैदान हैं.
अमित शाह के संबोधन की खास बात
- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज भारत के खेल जगत का स्वर्णिम दिन है. आज भारत के राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से लौह पुरुष भारत रत्न सरदार पटेल जी के नाम से जोड़कर एक बड़े स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भूमि पूजन हुआ है. इस स्पोर्ट्स कंपलेक्स में विश्व स्तरीय सभी खेलों की व्यवस्था होगी
- देश और दुनिया के सभी खेलों के सभी खिलाड़ियों की ट्रेनिंग देने और उनके रहने की व्यवस्था यहां पर होगी. 3,000 बच्चों के एक साथ ट्रेनिंग ले सके और उनके रहने की व्यवस्था भी यहां होगी.
इसी के साथ दुनिया की सबसे बड़ी सरदार पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बाद अब सबसे बड़े स्टेडियम होने का गौरव भी राज्य ने प्राप्त कर लिया है. यहां भारत और इंग्लैंड के मध्य तीसरा टेस्ट मैच भी होना है.
आज से यहां भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच शुरू होगा.
मोटेरा स्टेडियम की खास बातें
- 63 एकड़ में फैले स्टेडियम में एक लाख 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता
- लाल और काली मिट्टी की 11 पिच
- मोटेरा को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप सजाया गया है.
- इसमें तीन कॉरपोरेट बॉक्स, अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्विमिंग पूल, इनडोर अकादमी, खिलाड़ियों के विशेष ड्रेसिंग रूम, क्लब हाउस और फूड कोर्ट है.
- यह देश का पहला स्टेडियम हैं, जहां लाल और काली दोनों तरह ही पिच हैं.
- इसमें छह लाल और पांच काली मिट्टी से तैयार की गई हैं. जहां दोनों तरह की पिच पर एक साथ अभ्यास किया जा सकता है.
शानदार ड्रेनेज सिस्टम : विशेष पानी की निकासी की सुविधा के कारण मूसलाधार बारिश की स्थिति में महज 30 मिनट में पिच को सुखाया जा सकता है. इस स्टेडियम की एक विशेषता 9 मीटर की ऊंचाई पर 360 डिग्री पोडियम कोनकार्स को देखने वालों के लिए सुलभ बनाती है. यानी दर्शकों को हर स्टैंड से एक समान दृश्यावलोकन होगा. इसके अलावा यहां के कारपोरट बॉक्स में एक साथ 25 लोग बैठ सकेंगे.
अत्याधुनिक जिम : यहां खिलाड़ियों के लिए टीम के अनुसार बड़े ड्रेसिंग रुम और दो अलग अलग अत्याधुनिक जिम बनाए गए हैं. स्टेडियम में एक विशेष ऑटोग्राफ गैलरी भी बनाई गई है, जहां विश्वकप से लेकर अब तक हुए ऐतिहासिक मैच और आईपीएल मैच के खिलाड़ियों के हस्ताक्षर किए बैट का कलेक्शन रखा गया है. इसी तरह से एक हाल जिसे हाल ऑफ फेम का नाम दिया गया है उसमें विश्व के सभी क्रिकेटरों की तस्वीरों से सजाया गया है.
दो साल में तैयार भव्य स्टेडियम : मोटरा स्टेडियम को 2016 में ध्वस्त करके फिर से नए सिरे से लगभग 800 करोड़ की लागत से बनाया गया है. गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के मातहत आने वाला स्टेडियम हाइटेक सुख-सुविधाओं से लैस है. केवल दो साल के रिकॉर्ड समय में बना स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय पैमाने पर सभी मानकों में अव्वल है, इसमें आंतरिक वातानुकूलित सिस्टम से लेकर इसकी दर्शक क्षमता तक शामिल है. पहले इसकी क्षमता 54,000 दर्शकों की थी.