लखनऊ : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिन के प्रवास पर राजधानी लखनऊ पहुंचीं हैं. वह सोमवार को गोमती नगर स्थित एक निजी चिकित्सा संस्थान के फाउंडेशन डे के अवसर पर कार्यक्रम में शामिल हुईं और कार्यक्रम के बाद वह राजभवन पहुंचीं, जहां पर वह रात्रि विश्राम करेंगी. राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से राजभवन लखनऊ के अंदर ही एक मिनी प्रेसिडेंट ऑफिस बनाया गया है, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने रूटीन कामकाज भी कर सकेंगी. अगले दिन 12 दिसंबर को राष्ट्रपति लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी. लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचने पर देश के रक्षामंत्री स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह, डीजीपी विजय कुमार सहित कई अन्य लोगों ने राष्ट्रपति का स्वागत अभिनंदन किया.
'यहां लोग मैं की जगह हम का इस्तेमाल करते हैं' : चिकित्सा संस्थान के कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि 'मुझे लखनऊ आना अच्छा लगता है. बनारस की सुबह और अवध की शाम बहुत मशहूर है. आज मैं सुबह बनारस में थी और शाम में लखनऊ में हूं. यहां लोग मैं की जगह हम का इस्तेमाल करते हैं. यह बहुत अच्छा लगता है. राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा जन्म स्थान उड़ीसा में है. मुझे हिंदी भाषा की बहुत जानकारी नहीं है, लेकिन मैंने गौर किया है कि यहां के लोग मैं की जगह हम का इस्तेमाल करते हैं. इस प्रकार एक व्यक्ति भी अपने आप को समूह से जोड़कर देखता है. पूरे देश के परिपेक्ष में देखें तो यह भावना हमें भारतीय बनती है. अलग-अलग धर्म, जाति, क्षेत्र आस्था से जुड़े हमारी पहचान भारतीय है.'
'नर सेवा नारायण सेवा की भावना ही भारत की शक्ति' : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि 'नर सेवा नारायण सेवा की भावना ही भारत की शक्ति है. चिकित्सा संस्थान के संस्थापक को इसके लिए साधुवाद. देश के सभी डॉक्टर जन जागरूकता के लिए कार्य करें. उन्होंने चिकित्सा संस्थान के 27 वर्ष पूरे होने पर आयोजित फाउंडेशन डे के अवसर पर अपना आशीर्वाद भी दिया. राष्ट्रपति ने सुबह की अपनी बनारस की उपस्थिति और शाम को लखनऊ में होने की खुशी को भी जाहिर किया.
'लखनऊ के लोगों से मेरा आत्मीय रिश्ता' : राजधानी लखनऊ से सांसद व देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'आज हम सब का सौभाग्य है कि हमारे लखनऊ में सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठी हुईं राष्ट्रपति आज हमारे बीच में हैं. उन्होंने कहा कि यह केवल मेरा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र ही नहीं है, बल्कि यहां मेरा घर भी है. लखनऊ के लोगों से मेरा आत्मीय रिश्ता है. आपने जब यहां आने की अपनी सहमति दी थी तो बहुत सारे लोगों को प्रसन्नता हुई थी. इसलिए आपके आगमन के लिए मैं अपनी तरफ से आपका हार्दिक अभिनंदन और स्वागत करता हूं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजधानी लखनऊ तहजीब का शहर और दिलों का शहर है. यह हमारे दिल में बसता है और यहां से मेरा दिल का ही नाता है. उन्होंने कहा कि 'आज से ठीक 27 साल पहले गोमती नगर में एक किराए के मकान से इस संस्थान की शुरुआत हुई थी. तब से मैने इस अस्पताल की प्रगति को अपनी आंखों को देखा है. उन्होंने कहा कि इस चिकित्सा संस्थान के डॉक्टर दिल के बड़े अस्पताल का संचालन ही नहीं करते बल्कि बड़े दिल के भी मालिक हैं. मैं स्थापना दिवस के अवसर पर इस चिकित्सा संस्थान के सभी लोगों को बधाई शुभकामनाएं देता हूं.'
लखनऊ शिक्षा के साथ ही चिकित्सा क्षेत्र का भी हब : इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि 'राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मैं राजधानी लखनऊ आगमन पर स्वागत करती हूं. उन्होंने कहा कि लखनऊ आज शिक्षा का हब बनने के साथ ही चिकित्सा क्षेत्र का भी हब बनने के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. यहां अनेक चिकित्सा संस्थाएं हैं जो बहुत तेजी से आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में गंभीर बीमारियों का भी इलाज हो रहा है, जिससे यहां के लोगों को मुंबई, चेन्नई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए लोगों का स्वस्थ रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस चिकित्सा संस्थान में दिल के मरीजों का इलाज किया है. चिकित्सा क्षेत्र में इसका अपना काफी योगदान है.'
राष्ट्रपति का किया स्वागत : इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि 'आज का दिन उत्तर प्रदेश के लिए बहुत ही गौरवशाली दिन है. देश की राष्ट्रपति हम सबके बीच में उत्तर प्रदेश वासियों को अपना आशीर्वाद देने के लिए आई हुई हैं. हम उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों की तरफ से राष्ट्रपति का हृदय से स्वागत अभिनंदन करते हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थान के संस्थापक ने अपने पूरे जीवन काल में चिकित्सा जीवन में अभूतपूर्व सफलता हासिल की और लोगों की सेवा की. उन्होंने सरकारी सेवा में रहने के बावजूद भी नए-नए शोध चिकित्सा क्षेत्र के लिए करने का काम किया.'
'भगवान के बाद लोग चिकित्सक को मानते हैं' : उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'एक सामान्य परिवार से निकलकर द्रौपदी मुर्मू आज देश की राष्ट्रपति के रूप में नेतृत्व प्रदान कर रही हैं. ऐसी राष्ट्रपति का हम स्वागत अभिनंदन करते हैं. उन्होंने कहा कि एक संत की तरह समाज सेवा में अपने आप को समर्पित करने वाले इस चिकित्सा संस्थान के संस्थापक के रूप में अपना गौरवशाली स्थान बनाया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाज के अंदर भगवान के बाद अगर किसी को सबसे ज्यादा लोग मानते हैं तो वह डॉक्टर होते हैं.'