नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुंबई से गिरफ्तार किए गए ऑनलाइन कन्वर्जन मामले के मास्टरमाइंड शाहनवाज उर्फ बद्दो पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA लगाने की तैयारी हो चुकी है. जांच में उसके कनेक्शन पकिस्तान से पाए गए हैं. उसके पास पाकिस्तान से कुछ ई-मेल आने की जानकारी प्राप्त हुई है. साथ ही इसके फोन में पाकिस्तान के लगभग 30 नंबर सेव मिले हैं. इस संबंध मे जांच की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, बद्दो ने करीब 350 कॉल्स पाकिस्तान किए थे.
बद्दो पर लगेगा नैशनल सिक्योरिटी एक्ट: डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया की अभियुक्त बद्दो के पास से बरामद सीपीयू व मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है. अगर पर्याप्त साक्ष्य मिलते है, तो इन पर एनएसए की कार्रवाई की जाएगी. सूत्र बताते हैं कि उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसके लैपटॉप में कुछ ई-मेल आईडी की डिटेल मिली है, जो पाकिस्तान से संबंधित है. पाकिस्तान के करीब 30 नंबरों पर 350 बार बद्दो ने बात की थी. इसके अलावा जितनी ई-मेल आईडी उसके गैजेट्स में मिली, उनसे पता चला कि कई लिंक का शेयर पाकिस्तान किया जाता था. हालांकि सूत्र बताते हैं कि उसने अपने मोबाइल फोन का अधिकतर डाटा डिलीट कर दिया था. इसके अलावा कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में मौजूद डाटा भी डिलीट कर दिया था.
पुलिस को गुमराह करता रहा बद्दो: साइबर सेल से मिली जानकारी के मुताबिक डिलीट हुआ डाटा साइबर सेल ने रिकवर कर लिया है, जिसके जरिए जानकारी हासिल की गई है. उससे जब धर्मांतरण से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उसने घुमा फिरा कर जवाब दिया. उसने कहा कि किसी का धर्मांतरण नहीं किया है. जब उससे पाकिस्तानी मोबाइल नंबरों के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि गूगल से सिंक होकर वह नंबर उसके मोबाइल में आ गए होंगे. इससे ज्यादा उसे कुछ नहीं पता. उससे यूट्यूब चैनल के बारे में पूछा गया, जो पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा था. उसने बताया कि जो कोई उससे वीडियो लिंक मांगा करता था वह उनसे शेयर कर दिया करता था. पुलिस को कुछ यूट्यूब चैनल की जानकारी मिली थी, जिन पर आपत्तिजनक वीडियो अपलोड है और यह यूट्यूब चैनल पाकिस्तान से संबंधित है.
जरूरत पड़ी तो रिमांड पर लेगी पुलिस: पुलिस सूत्र बताते हैं कि अगर बद्दो के रिमांड की जरूरत पड़ेगी तो कोर्ट से रिमांड की एप्लीकेशन लगाकर रिमांड की मांग की जाएगी. मंगलवार को ट्रांजिट रिमांड खत्म होने से पहले ही पुलिस ने बद्दो को गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. फिलहाल बद्दो गाजियाबाद की डासना जेल में है.
क्या होगी बद्दो को सजा, जानिए कानूनी प्रक्रिया: जाने माने एडवोकेट बलबीर सिंह ने बताया कि थाना कविनगर में दर्ज एफआईआर में साफ है, कि यह धर्मांतरण का मामला है. इसमें विवेचना होना बाकी है. अलग-अलग पीड़ित विवेचना में सामने आ सकते हैं. इन्वेस्टिगेशन के बाद क्या धाराएं लगाई जाएंगी या नहीं, ये जांच के बाद साफ होगा. फिलहाल कानूनी तौर पर कहा जा सकता है कि एक वर्ष से दस वर्ष की सजा बद्दो को हो सकती है. यह सब कुछ न्यायालय पर निर्भर है. अगर इस मामले में धाराएं बढ़ेंगी, तो सजा बढ़ सकती है. मसलन इस मामले में अगर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई होती है, तो यह मामला और ज्यादा गंभीर हो जाता है.
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