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karnataka news : जंगली हथिनी की गोली मारकर हत्या, 10 महीने की थी गर्भवती - elephant shot dead

कर्नाटक में एक हथिनी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पोस्टमार्टम में पता चला कि हथिनी 10 महीने की गर्भवती थी (pregnant wild elephant shot dead). आशंका जताई जा रही है कि कॉफी बागान में घुसने के कारण हथिनी की हत्या की गई है.

Gunshot to pregnant elephant
हथिनी की गोली मारकर हत्या
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Published : May 22, 2023, 3:14 PM IST

कोडागु : जिले के कुशलनगर तालुक के रसूलपुर बालुगोड़ी में जंगल से भोजन की तलाश में आई 10 माह की गर्भवती हथिनी की देर रात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी (pregnant wild elephant shot dead). स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 20 वर्षीय हाथिनी की मौके पर ही मौत हो गई.

दरअसल रसूलपुर, बालूगोडू, दुबारे क्षेत्र में वन क्षेत्र बढ़ा है. खाने की तलाश में हाथी बागों में घुसकर फसलों को तबाह कर रहे हैं. सड़कों पर लोगों पर हमले की घटनाएं भी हुई हैं. इस हिस्से में काफी वन क्षेत्र होने के कारण हर रात हाथी जंगल से गांव की ओर आते हैं.

इसके लिए किसानों और वन विभाग ने जंगल में सोलर इलेक्ट्रिक फेंस बनाया है, लेकिन यह बाड़ ठीक से काम नहीं करने के कारण जंगली हाथी आसानी से किसानों के बगीचों और खेतों में घुस रहे हैं. ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि रात में कॉफी बागान में घुसी हथिनी को मार दिया गया है.

वन विभाग के अधिकारियों ने उस स्थान का दौरा किया जहां हथिनी को मारा गया था. मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सकों ने जब पोस्टमार्टम किया तो उसके गर्भ में भ्रूण मिला. उसके पैर, पेट, चेहरा समेत शरीर के अधिकांश अंग बन गए थे. नन्हा हाथी जिसे बाहर की दुनिया देखनी थी वह गर्भ में ही मर चुका है.जब लोगों को पता चला कि हथिनी गर्भवती थी, तो वह दुखी नजर आए.

जिले में मनुष्य और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और कहीं-कहीं इंसानों पर जानवरों के हमले भी हो रहे हैं. कुछ हिस्सों में जंगली जानवर भी अपनी जान गंवा रहे हैं.

पढ़ें- Karnataka News: मैसूरु दशहरा के दौरान सुनहरी अम्बरी को 14 बार उठाने वाले बलराम हाथी की बीमारी से मौत

पढ़ें- elephants electrocution: 3 साल में 270 हाथियों को करंट, अवैध शिकार, दुर्घटनाओं का होना पड़ा शिकार

कोडागु : जिले के कुशलनगर तालुक के रसूलपुर बालुगोड़ी में जंगल से भोजन की तलाश में आई 10 माह की गर्भवती हथिनी की देर रात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी (pregnant wild elephant shot dead). स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 20 वर्षीय हाथिनी की मौके पर ही मौत हो गई.

दरअसल रसूलपुर, बालूगोडू, दुबारे क्षेत्र में वन क्षेत्र बढ़ा है. खाने की तलाश में हाथी बागों में घुसकर फसलों को तबाह कर रहे हैं. सड़कों पर लोगों पर हमले की घटनाएं भी हुई हैं. इस हिस्से में काफी वन क्षेत्र होने के कारण हर रात हाथी जंगल से गांव की ओर आते हैं.

इसके लिए किसानों और वन विभाग ने जंगल में सोलर इलेक्ट्रिक फेंस बनाया है, लेकिन यह बाड़ ठीक से काम नहीं करने के कारण जंगली हाथी आसानी से किसानों के बगीचों और खेतों में घुस रहे हैं. ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि रात में कॉफी बागान में घुसी हथिनी को मार दिया गया है.

वन विभाग के अधिकारियों ने उस स्थान का दौरा किया जहां हथिनी को मारा गया था. मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सकों ने जब पोस्टमार्टम किया तो उसके गर्भ में भ्रूण मिला. उसके पैर, पेट, चेहरा समेत शरीर के अधिकांश अंग बन गए थे. नन्हा हाथी जिसे बाहर की दुनिया देखनी थी वह गर्भ में ही मर चुका है.जब लोगों को पता चला कि हथिनी गर्भवती थी, तो वह दुखी नजर आए.

जिले में मनुष्य और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और कहीं-कहीं इंसानों पर जानवरों के हमले भी हो रहे हैं. कुछ हिस्सों में जंगली जानवर भी अपनी जान गंवा रहे हैं.

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