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PFI Killer Squad: भारत में इस्लामिक शासन लागू करने के लिए पीएफआई ने बनाई किलर स्क्वॉड: एनआईए

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का मकसद भारत में 2047 तक इस्लामिक शासन लागू कराना था. इसके लिए उसने 'सर्विस टीम' और क्लिर स्क्वॉड भी बनाया. यह खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेसीं (NIA) ने किया है.

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Published : Jan 21, 2023, 10:39 AM IST

PFI formed killer squads to impose Islamic rule in India: NIA (representational image)
भारत में इस्लामिक शासन लागू करने के लिए पीएफआई बनाई किलर स्क्वॉड: एनआईए (प्रतीकात्मक चित्र )

नई दिल्ली: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर बैन लगने के बाद अब उसके मंसूबों का खुलासा हो रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कर्नाटक में भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य की हत्या के सिलसिले में दायर आरोप पत्र में इसका खुलासा किया है. इस आरोप पत्र में कहा गया है कि पीएफआई साल 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करना चाहता था. इसके लिए उसने 'सर्विस टीम'और 'किलर स्क्वॉड' भी बनाया था.

आतंकवाद, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पीएफआई 'सर्विस टीम' या 'किलर स्क्वॉड' नामक गुप्त टीमों का गठन किया था. एनआईए ने पिछले साल 26 जुलाई को कर्नाटक के दक्षिण में सुलिया तालुक के बेलारे गांव में भाजपा के युवा मोर्चा जिला समिति के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या के संबंध में बेंगलुरु की एक विशेष अदालत के समक्ष शुक्रवार को दायर आरोप पत्र दायर किया.

इसमें ये खुलासे किए गए. बड़े पैमाने पर और विशेष रूप से एक विशेष समुदाय के सदस्यों के बीच आतंक पैदा करने के लिए नेतरु को घातक हथियारों से सार्वजनिक रूप से मार डाला गया था. 20 पीएफआई सदस्यों के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट में आगे उल्लेख किया गया है कि 'इन 'सर्विस टीम' के सदस्यों को हथियारों के साथ-साथ हमले का प्रशिक्षण और निगरानी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया गया था ताकि कुछ समुदायों और समूहों के व्यक्तियों और नेताओं की पहचान करने, उन्हें सूचीबद्ध करने और उन पर निगरानी रखने के लिए प्रशिक्षण दिया जा सके.

ये भी पढ़ें-BJP leader Praveen Netaru murder case : बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में PFI के दो सदस्यों पर 5 लाख का इनाम

चार्जशीट में एनआईए ने कहा, इन 'सर्विस टीम' के सदस्यों को पीएफआई के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर चिन्हित लक्ष्यों पर हमला करने और मारने के लिए प्रशिक्षित किया गया था. चार्जशीट में कहा गया है कि पीएफआई के सदस्यों और इसके नेताओं द्वारा बेंगलुरू शहर के सुलिया टाउन और बेल्लारे गांव में बैठके की गई. इसमें इसके सदस्यों को निर्देश दिया गया था कि वे किसी विशेष समुदाय के प्रमुख सदस्य की पहचान करें और उसे टारगेट करें.

निर्देशों के अनुसार, चार लोगों की खोज की गई और उनकी पहचान की गई और उनमें से प्रवीण नेट्टारू भी शामिल था. प्रवीण नेट्टारू भाजपा युवा मोर्चा का सदस्य था. पिछले साल 26 जुलाई को घातक हथियारों से हमला किया गया था. चार्जशीट में शामिल किए गए 20 पीएफआई सदस्यों में से छह फरार हैं और मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले के लिए इनाम घोषित किए गए हैं.

(एनआईए)

नई दिल्ली: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर बैन लगने के बाद अब उसके मंसूबों का खुलासा हो रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कर्नाटक में भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य की हत्या के सिलसिले में दायर आरोप पत्र में इसका खुलासा किया है. इस आरोप पत्र में कहा गया है कि पीएफआई साल 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करना चाहता था. इसके लिए उसने 'सर्विस टीम'और 'किलर स्क्वॉड' भी बनाया था.

आतंकवाद, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पीएफआई 'सर्विस टीम' या 'किलर स्क्वॉड' नामक गुप्त टीमों का गठन किया था. एनआईए ने पिछले साल 26 जुलाई को कर्नाटक के दक्षिण में सुलिया तालुक के बेलारे गांव में भाजपा के युवा मोर्चा जिला समिति के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या के संबंध में बेंगलुरु की एक विशेष अदालत के समक्ष शुक्रवार को दायर आरोप पत्र दायर किया.

इसमें ये खुलासे किए गए. बड़े पैमाने पर और विशेष रूप से एक विशेष समुदाय के सदस्यों के बीच आतंक पैदा करने के लिए नेतरु को घातक हथियारों से सार्वजनिक रूप से मार डाला गया था. 20 पीएफआई सदस्यों के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट में आगे उल्लेख किया गया है कि 'इन 'सर्विस टीम' के सदस्यों को हथियारों के साथ-साथ हमले का प्रशिक्षण और निगरानी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया गया था ताकि कुछ समुदायों और समूहों के व्यक्तियों और नेताओं की पहचान करने, उन्हें सूचीबद्ध करने और उन पर निगरानी रखने के लिए प्रशिक्षण दिया जा सके.

ये भी पढ़ें-BJP leader Praveen Netaru murder case : बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में PFI के दो सदस्यों पर 5 लाख का इनाम

चार्जशीट में एनआईए ने कहा, इन 'सर्विस टीम' के सदस्यों को पीएफआई के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर चिन्हित लक्ष्यों पर हमला करने और मारने के लिए प्रशिक्षित किया गया था. चार्जशीट में कहा गया है कि पीएफआई के सदस्यों और इसके नेताओं द्वारा बेंगलुरू शहर के सुलिया टाउन और बेल्लारे गांव में बैठके की गई. इसमें इसके सदस्यों को निर्देश दिया गया था कि वे किसी विशेष समुदाय के प्रमुख सदस्य की पहचान करें और उसे टारगेट करें.

निर्देशों के अनुसार, चार लोगों की खोज की गई और उनकी पहचान की गई और उनमें से प्रवीण नेट्टारू भी शामिल था. प्रवीण नेट्टारू भाजपा युवा मोर्चा का सदस्य था. पिछले साल 26 जुलाई को घातक हथियारों से हमला किया गया था. चार्जशीट में शामिल किए गए 20 पीएफआई सदस्यों में से छह फरार हैं और मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले के लिए इनाम घोषित किए गए हैं.

(एनआईए)

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