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दीपावली के पहले ही प्रदूषण का स्तर सबसे खराब,1000 के करीब पहुंचा AQI

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण ने इस सीजन अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आमतौर पर दीपावली के बाद 500 के पास पहुंचने वाले एयर क्वालिटी इंडेक्स मौजूदा समय में 933 दर्ज किया गया है, जो कि इस सीजन का सबसे अधिक AQI है.

दीपावली के पहले ही प्रदूषण का स्तर सबसे खराब
दीपावली के पहले ही प्रदूषण का स्तर सबसे खराब
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Published : Nov 11, 2020, 10:10 AM IST

नई दिल्ली : राजधानी में प्रदूषण ने इस सीजन अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आमतौर पर दीपावली के बाद 500 के पास पहुंचने वाले एयर क्वालिटी इंडेक्स का मौजूदा आंकड़ा हजार को छूने को बेताब है. आईआईटी दिल्ली के इलाके में रात 9 बजे AQI 933 दर्ज किया गया है, जो इस सीजन का सबसे अधिक है.

दीपावली के पहले ही प्रदूषण का स्तर सबसे खराब

इमरजेंसी के हालात
सफर के आंकड़ों की माने तो रात 9 बजे दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 724 है. यहां PM 10 का स्तर क्रिटिकल श्रेणी में है. एयरपोर्ट पर यह आंकड़ा 717 है, तो वहीं नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 889 दर्ज किया गया है. जानकारों का कहना है कि ये इमरजेंसी के हालात हैं.

पढ़ें : उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध

घरों में रहने की सलाह
गौर करने वाली बात है कि 500 तक आंकड़ा पहुंचने पर ही डॉक्टर लोगों को घरों में रहने की सलाह देते हैं, लेकिन मौजूदा समय में राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 1000 तक पहुंच रहा है. कोरोना संकट के बीच प्रदूषण की समस्या राजधानी के लिए एक बड़ी चिंता की बात बनी हुई है. लोगों को बचाव करने की सलाह दी गई है.

नई दिल्ली : राजधानी में प्रदूषण ने इस सीजन अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आमतौर पर दीपावली के बाद 500 के पास पहुंचने वाले एयर क्वालिटी इंडेक्स का मौजूदा आंकड़ा हजार को छूने को बेताब है. आईआईटी दिल्ली के इलाके में रात 9 बजे AQI 933 दर्ज किया गया है, जो इस सीजन का सबसे अधिक है.

दीपावली के पहले ही प्रदूषण का स्तर सबसे खराब

इमरजेंसी के हालात
सफर के आंकड़ों की माने तो रात 9 बजे दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 724 है. यहां PM 10 का स्तर क्रिटिकल श्रेणी में है. एयरपोर्ट पर यह आंकड़ा 717 है, तो वहीं नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 889 दर्ज किया गया है. जानकारों का कहना है कि ये इमरजेंसी के हालात हैं.

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घरों में रहने की सलाह
गौर करने वाली बात है कि 500 तक आंकड़ा पहुंचने पर ही डॉक्टर लोगों को घरों में रहने की सलाह देते हैं, लेकिन मौजूदा समय में राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 1000 तक पहुंच रहा है. कोरोना संकट के बीच प्रदूषण की समस्या राजधानी के लिए एक बड़ी चिंता की बात बनी हुई है. लोगों को बचाव करने की सलाह दी गई है.

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