अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (Biplab Kumar Deb) ने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी पर अपराध के आंकड़ों को लेकर निशाना साधा और कहा कि त्रिपुरा में हिंसा सीपीएम की विरासत है.
दरअसल, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सोमवार को ट्विटर पर एक खबर साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की यह रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि त्रिपुरा में भाजपा सरकार अपने कुशासन और बढ़ती अलोकप्रियता को छिपाने के लिए सीपीएम के खिलाफ फासीवादी तरीकों का सहारा ले रही है.
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Violence in Tripura is legacy of CPM.
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) September 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
In 2017 during CPM rule, 75 incidents of political conflicts, 175 victims & rate 1.9%.
In just 3 years, we have drastically reduced it to 1/3rd with just 22 incidents, 51 victims & rate 0.5%.
To remove crime from Tripura, remove CPM. https://t.co/jJ3iIIzwFk
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In just 3 years, we have drastically reduced it to 1/3rd with just 22 incidents, 51 victims & rate 0.5%.
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In 2017 during CPM rule, 75 incidents of political conflicts, 175 victims & rate 1.9%.
In just 3 years, we have drastically reduced it to 1/3rd with just 22 incidents, 51 victims & rate 0.5%.
To remove crime from Tripura, remove CPM. https://t.co/jJ3iIIzwFk
राजनीतिक हिंसा पर येचुरी द्वारा साझा की गई जानकारी के जवाब में त्रिपुरा सीएम बिप्लब देब ने ट्वीट कर कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में हिंसा के मामलों में कमी आई है.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि त्रिपुरा में हिंसा सीपीएम की विरासत है. 2017 में सीपीएम शासन के दौरान, राजनीतिक हिंसा की 75 घटनाएं हुईं और 175 लोग इसका शिकार हुए तथा हिंसा की दर 1.9% रही. हमने केवल तीन वर्षों में, इसे एक-तिहाई तक कम कर दिया है. तीन साल में केवल 22 घटनाएं हुईं और राजनीतिक हिंसा की दर मात्र 0.5 % रही. 51 लोग राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए.
साथ ही सीएम बिप्लब देब ने लोगों से त्रिपुरा को अपराध मुक्त करने के लिए, सीपीएम को हटाने का भी आह्वान किया.
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