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ऑनलाइन गेम में सातवीं के छात्र से दोस्ती, बहकाकर घर से भगाया

यूपी के बरेली में 7वीं के छात्र की ऑनलाइन गेम खेलने को दौरान दूसरे छात्र से दोस्ती हो हो गई और वह उसके कहने पर बरेली से अकेले श्रावस्ती पहुंच गया. घरवालों ने जब इसकी शिकायत पुलिस में की तो पुलिस उसे ढूंढकर श्रावस्ती से बरेली लाई.

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Published : Aug 3, 2021, 8:02 PM IST

बरेली : अगर आपका बच्चा भी मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलता है, तो जरा संभल कर रहिए. कहीं ऐसा न हो कि जिन अनजान लोगों के साथ वह गेम खेल रहा है, उसी के बहकावे में आकर घर छोड़कर फरार हो जाए. जी हां उत्तर प्रदेश के बरेली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने को दौरान हुई मुलाकात दोस्ती में बदल गई और फिर उसी के कहने पर 7वीं का छात्र अपना घर छोड़कर सैकड़ों किलोमीटर बरेली से श्रावस्ती वीडियो गेम वाले दोस्त से मिलने जा पहुंचा.

मोबाइल की लोकेशन से चला पता

बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के रहने वाले अचल प्रकाश शर्मा मर्चेंट नेवी में नौकरी करते हैं. उनका 13 साल का बेटा वरदान सातवीं क्लास में पढ़ता है. छात्र रविवार की शाम को अचानक घर से निकला और फिर लौटकर नहीं आया. काफी देर तक जब वह लौटकर नहीं आया तो घर वालों ने बरेली के बारादरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराकर वरदान की तलाश शुरू कर दी. पुलिस ने भी छात्र के लापता होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मोबाइल की लोकेशन के जरिए छात्र को ढूंढने का प्रयास किया. जिसके बाद पुलिस ने रविवार को श्रावस्ती से बरामद कर लिया और घरवालों को सकुशल सौंप दिया.

ऑनलाइन गेम के दौरान हुई दोस्ती.

घरवालों ने किया था मना

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया कि सर्विलांस की जांच में पता चला कि छात्र वरदान अपने मोबाइल में पढ़ाई के दौरान ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेलता था. गेम खेलने के दौरान उसकी मुलाकात श्रावस्ती के रहने वाले लगमभ 14 साल के अरबाज से हुई. गेम पर हुई मुलाकात दोस्ती में बदल गई और दोनों एक दूसरे से बातचीत करने लगे. घर वालों को जब ऑनलाइन गेम के दौरान मिले दोस्त से बातचीत का पता चला तो उन्होंने छात्र वरदान को फटकार लगाई और मोबाइल में गेम खेलने, अजनबी दोस्तों से बात करने को मना किया.

दोस्त ने दिखाए बड़े सपने

छात्र वरदान ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान उसकी मुलाकात श्रावस्ती के अरबाज से हुई. जब उसके घरवालों ने मोबाइल में गेम खेलने और अजनबी दोस्तों से बात करने से मना कर दिया तो छात्र वरदान खतरनाक कदम उठाते हुए अपने दोस्त के कहने पर घर छोड़कर श्रावस्ती निकल गया. वरदान ने बताया कि उसके दोस्त अरबाज ने उसे एक अच्छा प्लेयर बनाने के साथ बड़े सपने दिखाकर अपनी बातों में फंसाया और फिर उसे बरेली से श्रावस्ती बुला लिया. जिसके बाद छात्र अरबाज के कहने पर वह रविवार की शाम को घर से निकलकर बरेली के सेटेलाइट बस अड्डे पहुंचा और फिर वहां से रोडवेज बस पकड़कर लखनऊ और उसके बाद लखनऊ से गोंडा होते हुए श्रावस्ती अरबाज के घर पहुंच गया.

ये सवाल बरकरार

ऑनलाइन गेम के दौरान दोस्ती और फिर छात्र का घर से भाग जाना बड़े सवाल खड़े करता है. भले ही पुलिस ने छात्र को बरामद कर लिया, लेकिन पुलिस ने जो दलिल दी है काफी नहीं है. सवाल यह खड़ा होता है कि आखिरकार अरबाज ने वरदान को अपने घर क्यों बुलाया, इसके पीछे क्या राज है. पुलिस ने वरदान को बचा तो लिया लेकिन अरबाज के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी. ऐसे बहुत से सवाल खड़े होते हैं, जिसका जवाब पुलिस के पास नहीं है.

पढ़ेंः खालिस्तानियों ने बीजेपी के इन बड़े नेताओं को दी धमकी

बरेली : अगर आपका बच्चा भी मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलता है, तो जरा संभल कर रहिए. कहीं ऐसा न हो कि जिन अनजान लोगों के साथ वह गेम खेल रहा है, उसी के बहकावे में आकर घर छोड़कर फरार हो जाए. जी हां उत्तर प्रदेश के बरेली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने को दौरान हुई मुलाकात दोस्ती में बदल गई और फिर उसी के कहने पर 7वीं का छात्र अपना घर छोड़कर सैकड़ों किलोमीटर बरेली से श्रावस्ती वीडियो गेम वाले दोस्त से मिलने जा पहुंचा.

मोबाइल की लोकेशन से चला पता

बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के रहने वाले अचल प्रकाश शर्मा मर्चेंट नेवी में नौकरी करते हैं. उनका 13 साल का बेटा वरदान सातवीं क्लास में पढ़ता है. छात्र रविवार की शाम को अचानक घर से निकला और फिर लौटकर नहीं आया. काफी देर तक जब वह लौटकर नहीं आया तो घर वालों ने बरेली के बारादरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराकर वरदान की तलाश शुरू कर दी. पुलिस ने भी छात्र के लापता होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मोबाइल की लोकेशन के जरिए छात्र को ढूंढने का प्रयास किया. जिसके बाद पुलिस ने रविवार को श्रावस्ती से बरामद कर लिया और घरवालों को सकुशल सौंप दिया.

ऑनलाइन गेम के दौरान हुई दोस्ती.

घरवालों ने किया था मना

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया कि सर्विलांस की जांच में पता चला कि छात्र वरदान अपने मोबाइल में पढ़ाई के दौरान ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेलता था. गेम खेलने के दौरान उसकी मुलाकात श्रावस्ती के रहने वाले लगमभ 14 साल के अरबाज से हुई. गेम पर हुई मुलाकात दोस्ती में बदल गई और दोनों एक दूसरे से बातचीत करने लगे. घर वालों को जब ऑनलाइन गेम के दौरान मिले दोस्त से बातचीत का पता चला तो उन्होंने छात्र वरदान को फटकार लगाई और मोबाइल में गेम खेलने, अजनबी दोस्तों से बात करने को मना किया.

दोस्त ने दिखाए बड़े सपने

छात्र वरदान ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान उसकी मुलाकात श्रावस्ती के अरबाज से हुई. जब उसके घरवालों ने मोबाइल में गेम खेलने और अजनबी दोस्तों से बात करने से मना कर दिया तो छात्र वरदान खतरनाक कदम उठाते हुए अपने दोस्त के कहने पर घर छोड़कर श्रावस्ती निकल गया. वरदान ने बताया कि उसके दोस्त अरबाज ने उसे एक अच्छा प्लेयर बनाने के साथ बड़े सपने दिखाकर अपनी बातों में फंसाया और फिर उसे बरेली से श्रावस्ती बुला लिया. जिसके बाद छात्र अरबाज के कहने पर वह रविवार की शाम को घर से निकलकर बरेली के सेटेलाइट बस अड्डे पहुंचा और फिर वहां से रोडवेज बस पकड़कर लखनऊ और उसके बाद लखनऊ से गोंडा होते हुए श्रावस्ती अरबाज के घर पहुंच गया.

ये सवाल बरकरार

ऑनलाइन गेम के दौरान दोस्ती और फिर छात्र का घर से भाग जाना बड़े सवाल खड़े करता है. भले ही पुलिस ने छात्र को बरामद कर लिया, लेकिन पुलिस ने जो दलिल दी है काफी नहीं है. सवाल यह खड़ा होता है कि आखिरकार अरबाज ने वरदान को अपने घर क्यों बुलाया, इसके पीछे क्या राज है. पुलिस ने वरदान को बचा तो लिया लेकिन अरबाज के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी. ऐसे बहुत से सवाल खड़े होते हैं, जिसका जवाब पुलिस के पास नहीं है.

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