सोनभद्र : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के कोन थाना परिसर के गेट के बाहर सोमवार की रात जमकर हंगामा हुआ. पुलिस की पिटाई से वृद्ध की मौत का आरोप लगाकर परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने का घेराव किया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने थाने पर जमकर ईंट-पत्थर फेंके. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिसकर्मियों ने अंदर से थाने के गेट को बंद कर लिया. करीब एक घंटे तक मृतक के परिजनों का हंगामा चलता रहा.
दरअसल, कोन थाना क्षेत्र के मिश्री गांव में इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त लिपिक की सोमवार की देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. वृद्ध की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव लेकर थाने में घुसने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने गेट बंद कर लिया तो परिनजों का आक्रोश और भी बढ़ गया. परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. रात साढ़े 8 बजे तक हंगामा चलता रहा. आनन-फानन में आसपास के थानों की फोर्स को मौके पर बुलाया गया.
बताया जा रहा है कि मिश्री गांव निवासी राजकुमार (62) कोन इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त लिपिक थे. उनका पट्टीदारों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इसी मामले में सोमवार की देर शाम पुलिस गांव में पहुंची थी. मृतक राजकुमार के पुत्र उपेंद्र नाथ और चंद्र प्रकाश का आरोप है कि पुलिस ने उनके पिता राजकुमार को पहले डांटा और फिर पिटाई की, जिससे उनकी मौत हो गई. रात करीब पौने 8 बजे बड़ी संख्या में परिजन और ग्रामीण थाने पहुंच गए.
पढ़ें : ...इसलिए शहरों का नाम बदल रही योगी सरकार !
पुलिस के खिलाफ नारे लगाते हुए लोगों ने शव लेकर थाने में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने गेट बंद कर लिया तो आक्रोश और भी बढ़ गया. लोगों ने थाने पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. रात साढ़े 8 बजे तक हंगामा जारी रहा. आनन-फानन में आसपास के थानों की फोर्स को मौके पर बुलाया गया. सूचना मिलने पर एसडीएम सदर और क्षेत्राधिकारी मौके पर पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए. एसडीएम और क्षेत्राधिकारी ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया.
मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि पट्टीदारी के विवाद में पुलिस मिश्री गांव में गई थी, लेकिन पुलिस ने किसी की भी पिटाई नहीं की. वृद्ध राजकुमार हृदयरोगी थे और संभवतः उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि कोन थाने के घेराव की सूचना मिलने पर मौके पर एसडीएम सदर और सीओ फोर्स के साथ पहुंच गए और लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. अब स्थिति नियंत्रण में है.