हैदराबाद : फार्मेसी की छात्रा के अपहरण और गैंग रेप के आरोप पुलिस की जांच में झूठे साबित हुए. पारिवारिक विवाद के कारण लड़की ने अपहरण और गैंगरेप की झूठी कहानी रची थी. असल में वह घर छोड़ना चाहती थी.
राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने बताया कि मामले की जांच के लिए विशेष टीमें बनाई गई थीं. रामपल्ली एक्स रोड से अन्नोजीगुडा सर्विस रोड तक करीब 100 सीसीटीवी के फुटेज की जांच की गई. टॉवर डंप लिया गया. कई ऑटोचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
भागवत ने बताया कि पीड़िता के बयानों में काफी विसंगतियां मिलीं. जांच में पता चला है कि पीड़िता अगले पड़ाव पर ही ऑटो से उतरी जहां वह रोज उतरती थी. वह इधर-उधर घाटकेसर पीएस की सीमा में घूमने लगी और फिर से एक ऑटो में सवार होकर एन. नोजिगुडा में उतर गई.
उन्होंने बताया कि पुलिस की सर्च टीम को लड़की के मोबाइल नंबर की लोकेशन से ये सारी जानकारी मिली. इस पर जब लड़की से फिर पूछताछ की गई तो उसने ये कबूल किया कि वह पारिवारिक मुद्दों के कारण घर छोड़ना चाहती थी, जिस कारण उसने अपहरण की झूठी कहानी रची.
भागवत ने बताया कि मामला पुलिस तक पहुंचने पर वह घबरा गई थी इसलिए रेप का भी झूठा आरोप लगा दिया. ऑटो चालक पर कुछ पिछली गड़बड़ियों के कारण उसने अपराध में शामिल होने की बात कही थी. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लड़की को चोटें कैसे आईं.
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दरअसल फार्मेसी की छात्रा ने बुधवार शाम आरोप लगाया था कि ऑटो चालक ने उसका अपहरण कर लिया था. उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर रेप किया था.