मांड्या: प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर द्वारा अपने घर के सामने जल निकासी के निर्माण के संबंध में भेजे गए पत्र का जवाब दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे पत्र में तकनीकी विशेषज्ञ ने जल निकासी के निर्माण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया था.
प्रधानमंत्री कार्यालय से भी संबंधित अधिकारियों को कार्य कराने के निर्देश दिए गए जिसके बाद नाली का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. हालांकि बताया जाता है कि तकनीशियन ने जल निकासी कार्य के लिए ग्राम पंचायत अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है, इससे तंग आकर उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा.
पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर मांड्या तालुक के हलेबुदानूर गांव के निवासी बीएस चंद्रशेखर पिछले पांच वर्षों से अपने घर के सामने एक नाली के निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे थे. संबंधित अधिकारियों ने अनुरोध का जवाब नहीं दिया, इसलिए उन्होंने जल निकासी के निर्माण के लिए पीएम कार्यालय को पत्र लिखा. संबंधित अधिकारियों को पीएम कार्यालय से एक नोटिस मिला, और जल निकासी का निर्माण कार्य पूरा हो गया. चंद्रशेखर बेंगलुरु की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, कोविड के बाद वह घर से ही काम कर रहे हैं.
5 जुलाई को उन्होंने सीपीजीआर एमएन पोर्टल के जरिए सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा. तदनुसार, प्रधान मंत्री कार्यालय ने सरकार के सचिव के सुशीला को शिकायत पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. सुशीला ने मांड्या तालुक पंचायत ईओ को कार्रवाई करने के लिए सूचित किया. चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि 30 मीटर की नाली बनाने के बजाय, उन्होंने केवल 10 मीटर की नाली का निर्माण किया.