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असम में पीएम मोदी बोले- जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाए

असम विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है. इसी सिलसिले में असम में पीएम मोदी ने आज एक लाख से अधिक भूमिहीन लोगों को भूमि पट्टा आवंटन प्रमाण पत्र सौंपे.

pm narendra modi to visit assam
असम में पीएम मोदी ने जनसभा को किया संबोधित
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Published : Jan 23, 2021, 7:41 AM IST

Updated : Jan 23, 2021, 12:15 PM IST

गुवाहाटी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में विधानसभा चुनाव 2021 के प्रचार के लिए विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शनिवार को राज्य का दौरा कर रहे हैं. असम में अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के शिवसागर जिले में पहुंच गए हैं. इससे पहले एयरपोर्ट पर सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी का कोरोना महामारी के बाद ये पहला असम दौरा है. पीएम मोदी शिवसागर जिले में एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.

असम में पीएम मोदी ने जनसभा को किया संबोधित

असम में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं. टीके की 2 डोज लगनी जरूरी है. पूरी दुनिया में भारत में बने टीके की डिमांड हो रही है. भारत में भी लाखों लोग अब तक टीका लगा चुके हैं. हमें टीका भी लगाना है और सावधानी भी रखनी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असम में तेल और गैस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बीते वर्षों में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया है. गुवाहटी-बरौनी गैस पाइप लाइन से नॉर्थ ईस्ट और पूर्वी भारत की गैस कनेक्टिविटी मजबूत होने वाली है.

पीएम मोदी ने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते से अब असम का एक बहुत बड़ा हिस्सा शांति और विकास के मार्ग पर लौट आया है. समझौते के बाद हाल में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के पहले चुनाव हुए, प्रतिनिधि चुने गए. अब बोडो टेरिटोरियल काउंसिल विकास और विश्वास के नए प्रतिमान स्थापित करेगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 साल पहले तक असम के 50 प्रतिशत से भी कम घरों तक बिजली पहुंची थी, जो अब करीब 100% तक पहुंच चुकी है. जल जीवन मिशन के तहत बीते 1.5 साल में असम में 2.5 लाख से ज्यादा घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है.

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आत्मविश्वास तभी बढ़ता है जब घर-परिवार में भी सुविधाएं मिलती हैं और बाहर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरता है. बीते सालों में इन दोनों मोर्चों पर असम में अभूतपूर्व काम किया गया है.

असम में पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि असम में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय भी यहां करीब-करीब 6 लाख मूल निवासी परिवार जिनके पास ज़मीन के कानूनी कागज़ नहीं थे, लेकिन सर्वानंद सोनोवाल जी के नेतृत्व में यहां की सरकार ने आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए गंभीरता के साथ काम किया.

मोदी ने कहा कि आज पराक्रम दिवस पर पूरे देश मे अनेक कार्यक्रम भी शुरू हो रहे हैं. इसलिए एक तरह से आज का दिन उम्मीदों के पूरा होने के साथ ही, हमारे राष्ट्रीय संकल्पो की सिद्धि के लिए प्रेरणा लेने का भी अवसर है.

असम के शिवसागर में प्रधानमंत्री मोदी ने 1 लाख 6 हजार असम के भूमिहीन लोगों को जमीनों का पट्टा दिया. इस मौके पर पीएम ने वहां एक जनसभा को संबोधित किया और कहा कि धरती हमारी माता के समान हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने भूमिहीनों को जमीन देने में कोई रूचि नहीं दिखाई थी, लेकिन इस सरकार में सवा दो लाख परिवार को जमीन के पट्टे दिए गए अब एक लाख परिवार इसमें और जुड़ गए.

मोदी ने कहा कि आज असम की सरकार ने आपके जीवन की बड़ी चिंता दूर की है. 1 लाख से ज्यादा मूल निवासी परिवारों को भूमि के स्वामित्व का अधिकार मिलने से आपके जीवन की बड़ी चिंता अब दूर हो गई है.

असम में पीएम मोदी ने असम के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि असम के लोगों का ये आशीर्वाद, आपकी ये आत्मीयता मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है. आपका ये प्रेम और स्नेह मुझे बार बार असम ले आता है.

इससे पहले अधिकारियों और भाजपा सूत्रों ने कहा है कि मोदी और शाह का भारतीय जनता पार्टी शासित राज्य में एक साथ (कॉमन) कार्यक्रम निर्धारित नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को असम सरकार के एक मेगा कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे हैं. मोदी ने असम के शिवसागर जिले स्थित जेरेंगा पठार में रहने वाले एक लाख से अधिक भूमिहीन लोगों को भूमि पट्टा आवंटन प्रमाण पत्र वितरित किया. तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री के सभा स्थल का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि प्रधानमंत्री एक लाख से अधिक स्वदेशी लोगों को औपचारिक रूप से लिए भूमि 'पट्टा' का वितरण करेंगे, जो दशकों से अनिश्चित जीवन जी रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकारी जमीनों के कई टुकड़ों का संदिग्ध अवैध बाशिंदों ने अतिक्रमण किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ऐसे अवैध अतिक्रमणकारियों से निपटने का काम करेगी और स्वदेशी लोगों को भूमि अधिकार प्रदान करेगी, जिसमें आदिवासी, पूर्व चाय बागान मजदूर और अन्य पिछड़े समुदाय शामिल हैं. अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री सोनोवाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने पहले ही एक लाख से अधिक भूमिहीन परिवारों को भूमि पट्टा जारी कर दिया है.

अधिकारियों ने कहा कि शाह शनिवार को यहां केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन की उपस्थिति में गुवाहाटी में केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य सेवा योजना का शुभारंभ करेंगे. गुवाहाटी में कार्यक्रम में भाग लेने के बाद शाह शिलॉन्ग जाएंगे, जहां वह उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) के 69वें पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जो क्षेत्र के आठ राज्यों के सामाजिक-आर्थिक और ढांचागत विकास के लिए नोडल एजेंसी है.

पढ़ें: नेताजी की जयंती आज, कोलकाता में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे PM

शाह रविवार को फिर से असम आएंगे और बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र समझौते की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेंगे. वह पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे पश्चिमी असम के कोकराझार में एक सभा को संबोधित करेंगे. बता दें, 27 जनवरी, 2020 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में केंद्र सरकार के साथ बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद पिछले साल 30 जनवरी को नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार मोचरें के 1,615 कैडरों ने अपने हथियार डाल दिए थे. अपनी यात्रा के दौरान शाह नालबाड़ी जिले के केंदुकुची में एक चुनावी रैली को भी संबोधित करेंगे.

गुवाहाटी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में विधानसभा चुनाव 2021 के प्रचार के लिए विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शनिवार को राज्य का दौरा कर रहे हैं. असम में अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के शिवसागर जिले में पहुंच गए हैं. इससे पहले एयरपोर्ट पर सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी का कोरोना महामारी के बाद ये पहला असम दौरा है. पीएम मोदी शिवसागर जिले में एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं.

असम में पीएम मोदी ने जनसभा को किया संबोधित

असम में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं. टीके की 2 डोज लगनी जरूरी है. पूरी दुनिया में भारत में बने टीके की डिमांड हो रही है. भारत में भी लाखों लोग अब तक टीका लगा चुके हैं. हमें टीका भी लगाना है और सावधानी भी रखनी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असम में तेल और गैस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बीते वर्षों में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया है. गुवाहटी-बरौनी गैस पाइप लाइन से नॉर्थ ईस्ट और पूर्वी भारत की गैस कनेक्टिविटी मजबूत होने वाली है.

पीएम मोदी ने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते से अब असम का एक बहुत बड़ा हिस्सा शांति और विकास के मार्ग पर लौट आया है. समझौते के बाद हाल में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के पहले चुनाव हुए, प्रतिनिधि चुने गए. अब बोडो टेरिटोरियल काउंसिल विकास और विश्वास के नए प्रतिमान स्थापित करेगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 साल पहले तक असम के 50 प्रतिशत से भी कम घरों तक बिजली पहुंची थी, जो अब करीब 100% तक पहुंच चुकी है. जल जीवन मिशन के तहत बीते 1.5 साल में असम में 2.5 लाख से ज्यादा घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है.

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आत्मविश्वास तभी बढ़ता है जब घर-परिवार में भी सुविधाएं मिलती हैं और बाहर का इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरता है. बीते सालों में इन दोनों मोर्चों पर असम में अभूतपूर्व काम किया गया है.

असम में पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि असम में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय भी यहां करीब-करीब 6 लाख मूल निवासी परिवार जिनके पास ज़मीन के कानूनी कागज़ नहीं थे, लेकिन सर्वानंद सोनोवाल जी के नेतृत्व में यहां की सरकार ने आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए गंभीरता के साथ काम किया.

मोदी ने कहा कि आज पराक्रम दिवस पर पूरे देश मे अनेक कार्यक्रम भी शुरू हो रहे हैं. इसलिए एक तरह से आज का दिन उम्मीदों के पूरा होने के साथ ही, हमारे राष्ट्रीय संकल्पो की सिद्धि के लिए प्रेरणा लेने का भी अवसर है.

असम के शिवसागर में प्रधानमंत्री मोदी ने 1 लाख 6 हजार असम के भूमिहीन लोगों को जमीनों का पट्टा दिया. इस मौके पर पीएम ने वहां एक जनसभा को संबोधित किया और कहा कि धरती हमारी माता के समान हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने भूमिहीनों को जमीन देने में कोई रूचि नहीं दिखाई थी, लेकिन इस सरकार में सवा दो लाख परिवार को जमीन के पट्टे दिए गए अब एक लाख परिवार इसमें और जुड़ गए.

मोदी ने कहा कि आज असम की सरकार ने आपके जीवन की बड़ी चिंता दूर की है. 1 लाख से ज्यादा मूल निवासी परिवारों को भूमि के स्वामित्व का अधिकार मिलने से आपके जीवन की बड़ी चिंता अब दूर हो गई है.

असम में पीएम मोदी ने असम के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि असम के लोगों का ये आशीर्वाद, आपकी ये आत्मीयता मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है. आपका ये प्रेम और स्नेह मुझे बार बार असम ले आता है.

इससे पहले अधिकारियों और भाजपा सूत्रों ने कहा है कि मोदी और शाह का भारतीय जनता पार्टी शासित राज्य में एक साथ (कॉमन) कार्यक्रम निर्धारित नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को असम सरकार के एक मेगा कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे हैं. मोदी ने असम के शिवसागर जिले स्थित जेरेंगा पठार में रहने वाले एक लाख से अधिक भूमिहीन लोगों को भूमि पट्टा आवंटन प्रमाण पत्र वितरित किया. तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री के सभा स्थल का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि प्रधानमंत्री एक लाख से अधिक स्वदेशी लोगों को औपचारिक रूप से लिए भूमि 'पट्टा' का वितरण करेंगे, जो दशकों से अनिश्चित जीवन जी रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकारी जमीनों के कई टुकड़ों का संदिग्ध अवैध बाशिंदों ने अतिक्रमण किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ऐसे अवैध अतिक्रमणकारियों से निपटने का काम करेगी और स्वदेशी लोगों को भूमि अधिकार प्रदान करेगी, जिसमें आदिवासी, पूर्व चाय बागान मजदूर और अन्य पिछड़े समुदाय शामिल हैं. अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री सोनोवाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने पहले ही एक लाख से अधिक भूमिहीन परिवारों को भूमि पट्टा जारी कर दिया है.

अधिकारियों ने कहा कि शाह शनिवार को यहां केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन की उपस्थिति में गुवाहाटी में केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य सेवा योजना का शुभारंभ करेंगे. गुवाहाटी में कार्यक्रम में भाग लेने के बाद शाह शिलॉन्ग जाएंगे, जहां वह उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) के 69वें पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जो क्षेत्र के आठ राज्यों के सामाजिक-आर्थिक और ढांचागत विकास के लिए नोडल एजेंसी है.

पढ़ें: नेताजी की जयंती आज, कोलकाता में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे PM

शाह रविवार को फिर से असम आएंगे और बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र समझौते की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेंगे. वह पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे पश्चिमी असम के कोकराझार में एक सभा को संबोधित करेंगे. बता दें, 27 जनवरी, 2020 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में केंद्र सरकार के साथ बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद पिछले साल 30 जनवरी को नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार मोचरें के 1,615 कैडरों ने अपने हथियार डाल दिए थे. अपनी यात्रा के दौरान शाह नालबाड़ी जिले के केंदुकुची में एक चुनावी रैली को भी संबोधित करेंगे.

Last Updated : Jan 23, 2021, 12:15 PM IST
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