नई दिल्ली: नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान धोती पहने, माथे पर चंदन लगाए पीएम मोदी ने तमिल भजनों के बीच 'सेंगोल' के सामने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया. इस दौरान सभी तमिल पुजारियों ने उन पर फूल बरसाए क्योंकि वह 'सेंगोल' को नमन कर रहे थे. नए संसद भवन में बहु-विश्वास प्रार्थना सभा के समापन पर पीएम मोदी ने विभिन्न लोगों से भी मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने 'सेंगोल' के सामने दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों से आशीर्वाद लिया.
पीएम मोदी ने 'नादस्वरम' की धुनों और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच नए संसद भवन में 'सेंगोल' लेकर गए. इसे लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष की कुर्सी के दाईं ओर एक विशेष बाड़े में स्थापित किया. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस जयशंकर और जितेंद्र सिंह, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा उपस्थित थे. प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुछ कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया. नए संसद भवन में सर्वर्धम प्रार्थना का आयोजन किया गया. अलग-अलग धर्मों के गुरुओं पूजा और प्रार्थनाएं कीं.
संसद के नए भवन में 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे. वर्तमान में संसद में लोकसभा के 543 सीट हैं और राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने का प्रावधान है. भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है. दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा.