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प्रधानमंत्री के अलीगढ़ आने के क्या हैं सियासी मायने, एक तीर से साधेंगे कई निशाने !

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Published : Sep 13, 2021, 2:09 PM IST

यूपी के अलीगढ़ में 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का आगमन होगा. यहां पीएम मोदी राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Raja Mahendra Pratap Singh University) की आधारशिला रखेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी (PM Modi) डिफेंस कॉरिडोर (Defense Corridor) का उद्घाटन भी करेंगे. दरअसल, प्रधानमंत्री के इस दौरे को मिशन 2022 की सियासत से भी जोड़कर देखा जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

प्रधानमंत्री का अलीगढ़ दौरा
प्रधानमंत्री का अलीगढ़ दौरा

अलीगढ़ : 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अलीगढ़ आ रहे हैं और यहां पहुंचकर प्रधानमंत्री राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Raja Mahendra Pratap Singh University) की आधारशिला रखेंगे. इसके साथ वह डिफेंस कॉरिडोर (Defense Corridor inauguration) का उद्घाटन भी करेंगे. हालांकि प्रधानमंत्री के इस दौरे को यूपी के चुनावी सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें, डिफेंस कॉरिडोर प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना भी है जो न केवल अलीगढ़ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है.

2022 चुनाव के लिए हर वर्ग को लुभाने की कोशिश

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 5 साल पूरे हो रहे हैं और विधानसभा चुनाव में अब वक्त नहीं बचा है. ऐसे में पूरे यूपी में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री शिलान्यास और लोकार्पण के कार्यक्रम में जुटे हैं. चुनाव से पहले विभिन्न जिलों में जाकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री यूपी की जनता को विकास की सौगात देने की पूरी कोशिश हैं. ऐसे में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राजकीय विश्वविद्यालय का उद्घाटन कर युवाओं को शिक्षा का एक नया केंद्र दे रहे हैं, तो वहीं डिफेंस कॉरिडोर बनाकर बेरोजगारों को रोजगार देने का काम करने जा रहे हैं, जिससे कारोबारियों और उद्यमियों को नया आयाम मिलेगा. इससे अलीगढ़ और उसके आस-पास के इलाके विकास की नई धुरी भी बनेगी. लेकिन इसके अलग माइने निकाले जा रहे हैं, जो कि उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, माना जा रहा है कि इसके जरिए भारतीय जनता पार्टी 2022 में विधानसभा चुनाव के लिए हर एक वर्ग को लुभाने की कोशिश कर रही है.

अलीगढ़ पर भापजा की पकड़ बनाए रखने की कोशिश

अलीगढ़ और आस-पास के इलाकों में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पकड़ मजबूत थी, लेकिन कल्याण सिंह के निधन से उनकी कमी को पूरा करने के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के बाद भी भाजपा संगठन की तरफ से अस्थि कलश यात्रा में पूरा सहयोग किया गया. स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल से त्रयोदशी संस्कार तक कल्याण सिंह के परिवार के साथ खड़े रहे. कल्याण सिंह को लेकर जो सहानुभूति लोगों में है और उनके द्वारा राम मंदिर निर्माण को लेकर जो अहम भूमिका निभाई गई थी. उसको लेकर भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरा फायदा उठाना चाहती है. अलीगढ़ के जिस इलाके में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. वहां आस-पास इलाकों में लोधी राजपूत और जाट समुदाय का बाहुल्य है.

किसान आदोंलन की मार को कम करने की कोशिश

वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए योगी सरकार ने जाट राजा चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Jat Raja Chaudhary Mahendra Pratap Singh University) बनाने का निर्णय लिया है. पश्चिमी यूपी में जाट आबादी का बाहुल्य है. ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) द्वारा किसान महापंचायत की धार को कम करने के लिए भी प्रधानमंत्री का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. जाट राजा महेन्द्र प्रताप को भारत रत्न देने की मांग भी हो रही है. केन्द्र सरकार जाट समुदाय का ध्यान खींचने के लिए राजा महेन्द्र प्रताप (Raja Mahendra Pratap) को भारत रत्न देने की घोषणा भी कर सकती है.

वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप शर्मा बताते हैं कि किसान आंदोलन की धार कमजोर करने के लिए प्रधानमंत्री का पश्चिमी यूपी के अलीगढ़ में आगमन हो रहा है. इससे हरियाणा और दिल्ली में संदेश जाएगा. आने वाले चुनाव में भाजपा को फायदा हो सकता है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में डेढ़ लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है और इससे भाजपा से जाट वोट बैंक दूर जाने की संभावना कम है.

सीएम योगी चौथी बार पहुंच रहे अलीगढ़

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक महीने में चौथी बार अलीगढ़ आ रहे हैं. सीएम यहां 14 सितंबर को होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेंगे. इस दौरान पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर गंभीर है. हालांकि मुख्यमंत्री सीधे कार्यक्रम स्थल पर ही पहुंचेंगे, जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. इससे पहले मुख्यमंत्री का शहर के अंदर आवागमन रहता था, जिसके चलते अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ती थी. अलीगढ़ में एक महीने में चौथी बार योगी आदित्यनाथ का आना हो रहा है, जो कि एक रिकॉर्ड है. इससे पहले मुख्यमंत्री रहे लोग अपने पूरे कार्यकाल में ही चार-पांच बार आ पाते थे. वहीं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर यातायात व्यवस्था का डायवर्जन भी रहेगा. जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में लगा है. मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी महत्वाकांक्षी परियोजना डिफेंस कॉरिडोर और विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने अलीगढ़ आ रहे हैं, जिसको लेकर मुख्यमंत्री लगातर नजर बनाए हुए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के दौरान पार्थिव शरीर के साथ अलीगढ़ आए थे. इस दौरान वे लगातार दो दिन तक जिले में रहे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री पूर्व सीएम कल्याण सिंह की त्रयोदशी में शामिल हुए. इसके कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 14 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम को परखने के लिए 8 सितंबर को योगी अलीगढ़ आएं. यह मुख्यमंत्री का तीसरा दौरा था. इस दौरान वे करीब 5 घंटे जिले में रुके. मुख्यमंत्री गोरखपुर से राजकीय विमान के जरिए दोपहर अलीगढ़ पहुंचेंगे. करीब दोपहर 12:15 बजे हैलीकाप्टर आगरा एयरपोर्ट पर उतरेगा. इसके बाद आगरा से अलीगढ़ के लिए मुख्यमंत्री लोधा स्थित मूसेपुर कार्यक्रम स्थल पर विमान से ही उतरेंगे. करीब एक घंटा सीएम कार्यक्रम स्थल की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. अफसरों के साथ वार्तालाप करेंगे. वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी ने खाका तैयार किया है.

पढ़ें : राकेश टिकैत का दावा, यूपी चुनाव से पहले किसी बड़े हिंदू नेता की होगी हत्या

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आने से पहले प्रशासन और पुलिस तैयारियों में जुटा है. हालांकि सोमवार शाम तक कार्यक्रम को अंतिम रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के आने से पहले कार्यक्रम का रिहर्सल भी किया जा रहा है. साफ-सफाई को लेकर प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है. प्रधानमंत्री की सभा को लेकर अधिकारी अंतिम रूप देने में जुटे हैं. डीएम सेल्वी कुमारी द्वारा कार्यक्रम स्थल का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. वहीं एसएसपी ने प्रधानमंत्री की जनसभा में शामिल होने वाले वाहनों के प्रवेश का खाका भी तैयार किया है.

अलीगढ़ : 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अलीगढ़ आ रहे हैं और यहां पहुंचकर प्रधानमंत्री राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Raja Mahendra Pratap Singh University) की आधारशिला रखेंगे. इसके साथ वह डिफेंस कॉरिडोर (Defense Corridor inauguration) का उद्घाटन भी करेंगे. हालांकि प्रधानमंत्री के इस दौरे को यूपी के चुनावी सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें, डिफेंस कॉरिडोर प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना भी है जो न केवल अलीगढ़ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है.

2022 चुनाव के लिए हर वर्ग को लुभाने की कोशिश

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 5 साल पूरे हो रहे हैं और विधानसभा चुनाव में अब वक्त नहीं बचा है. ऐसे में पूरे यूपी में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री शिलान्यास और लोकार्पण के कार्यक्रम में जुटे हैं. चुनाव से पहले विभिन्न जिलों में जाकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री यूपी की जनता को विकास की सौगात देने की पूरी कोशिश हैं. ऐसे में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राजकीय विश्वविद्यालय का उद्घाटन कर युवाओं को शिक्षा का एक नया केंद्र दे रहे हैं, तो वहीं डिफेंस कॉरिडोर बनाकर बेरोजगारों को रोजगार देने का काम करने जा रहे हैं, जिससे कारोबारियों और उद्यमियों को नया आयाम मिलेगा. इससे अलीगढ़ और उसके आस-पास के इलाके विकास की नई धुरी भी बनेगी. लेकिन इसके अलग माइने निकाले जा रहे हैं, जो कि उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, माना जा रहा है कि इसके जरिए भारतीय जनता पार्टी 2022 में विधानसभा चुनाव के लिए हर एक वर्ग को लुभाने की कोशिश कर रही है.

अलीगढ़ पर भापजा की पकड़ बनाए रखने की कोशिश

अलीगढ़ और आस-पास के इलाकों में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पकड़ मजबूत थी, लेकिन कल्याण सिंह के निधन से उनकी कमी को पूरा करने के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के बाद भी भाजपा संगठन की तरफ से अस्थि कलश यात्रा में पूरा सहयोग किया गया. स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल से त्रयोदशी संस्कार तक कल्याण सिंह के परिवार के साथ खड़े रहे. कल्याण सिंह को लेकर जो सहानुभूति लोगों में है और उनके द्वारा राम मंदिर निर्माण को लेकर जो अहम भूमिका निभाई गई थी. उसको लेकर भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरा फायदा उठाना चाहती है. अलीगढ़ के जिस इलाके में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. वहां आस-पास इलाकों में लोधी राजपूत और जाट समुदाय का बाहुल्य है.

किसान आदोंलन की मार को कम करने की कोशिश

वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए योगी सरकार ने जाट राजा चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (Jat Raja Chaudhary Mahendra Pratap Singh University) बनाने का निर्णय लिया है. पश्चिमी यूपी में जाट आबादी का बाहुल्य है. ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) द्वारा किसान महापंचायत की धार को कम करने के लिए भी प्रधानमंत्री का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. जाट राजा महेन्द्र प्रताप को भारत रत्न देने की मांग भी हो रही है. केन्द्र सरकार जाट समुदाय का ध्यान खींचने के लिए राजा महेन्द्र प्रताप (Raja Mahendra Pratap) को भारत रत्न देने की घोषणा भी कर सकती है.

वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप शर्मा बताते हैं कि किसान आंदोलन की धार कमजोर करने के लिए प्रधानमंत्री का पश्चिमी यूपी के अलीगढ़ में आगमन हो रहा है. इससे हरियाणा और दिल्ली में संदेश जाएगा. आने वाले चुनाव में भाजपा को फायदा हो सकता है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में डेढ़ लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है और इससे भाजपा से जाट वोट बैंक दूर जाने की संभावना कम है.

सीएम योगी चौथी बार पहुंच रहे अलीगढ़

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक महीने में चौथी बार अलीगढ़ आ रहे हैं. सीएम यहां 14 सितंबर को होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेंगे. इस दौरान पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर गंभीर है. हालांकि मुख्यमंत्री सीधे कार्यक्रम स्थल पर ही पहुंचेंगे, जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. इससे पहले मुख्यमंत्री का शहर के अंदर आवागमन रहता था, जिसके चलते अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ती थी. अलीगढ़ में एक महीने में चौथी बार योगी आदित्यनाथ का आना हो रहा है, जो कि एक रिकॉर्ड है. इससे पहले मुख्यमंत्री रहे लोग अपने पूरे कार्यकाल में ही चार-पांच बार आ पाते थे. वहीं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर यातायात व्यवस्था का डायवर्जन भी रहेगा. जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में लगा है. मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी महत्वाकांक्षी परियोजना डिफेंस कॉरिडोर और विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने अलीगढ़ आ रहे हैं, जिसको लेकर मुख्यमंत्री लगातर नजर बनाए हुए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के दौरान पार्थिव शरीर के साथ अलीगढ़ आए थे. इस दौरान वे लगातार दो दिन तक जिले में रहे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री पूर्व सीएम कल्याण सिंह की त्रयोदशी में शामिल हुए. इसके कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 14 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम को परखने के लिए 8 सितंबर को योगी अलीगढ़ आएं. यह मुख्यमंत्री का तीसरा दौरा था. इस दौरान वे करीब 5 घंटे जिले में रुके. मुख्यमंत्री गोरखपुर से राजकीय विमान के जरिए दोपहर अलीगढ़ पहुंचेंगे. करीब दोपहर 12:15 बजे हैलीकाप्टर आगरा एयरपोर्ट पर उतरेगा. इसके बाद आगरा से अलीगढ़ के लिए मुख्यमंत्री लोधा स्थित मूसेपुर कार्यक्रम स्थल पर विमान से ही उतरेंगे. करीब एक घंटा सीएम कार्यक्रम स्थल की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. अफसरों के साथ वार्तालाप करेंगे. वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी ने खाका तैयार किया है.

पढ़ें : राकेश टिकैत का दावा, यूपी चुनाव से पहले किसी बड़े हिंदू नेता की होगी हत्या

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आने से पहले प्रशासन और पुलिस तैयारियों में जुटा है. हालांकि सोमवार शाम तक कार्यक्रम को अंतिम रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के आने से पहले कार्यक्रम का रिहर्सल भी किया जा रहा है. साफ-सफाई को लेकर प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है. प्रधानमंत्री की सभा को लेकर अधिकारी अंतिम रूप देने में जुटे हैं. डीएम सेल्वी कुमारी द्वारा कार्यक्रम स्थल का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. वहीं एसएसपी ने प्रधानमंत्री की जनसभा में शामिल होने वाले वाहनों के प्रवेश का खाका भी तैयार किया है.

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