वाराणसी : अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी शासित प्रदेशों की सरकार की पाठशाला में सभी की जमकर क्लास लगाई. हर साल होने वाली मुख्यमंत्री परिषद की महत्वपूर्ण बैठक इस बार वाराणसी में आयोजित की गई थी. यह इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि इस बार बीजेपी शासित प्रदेशों में 12 राज्यों में से 4 और एक अन्य पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी शासित प्रदेशों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर शामिल हैं. आज प्रधानमंत्री की इस मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर के मुख्यमंत्रियों के अलावा हरियाणा, असम, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल, मध्य प्रदेश, गुजरात के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए हुए.
सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस बैठक में इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को कमर कसने की हिदायत तो दी ही गई है साथ ही साथ 4 राज्यों के मुख्यमंत्री को अपनी सभी योजनाओं को हर हाल में निर्धारित समय तक पूरा करने के भी निर्देश मिले हैं. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के विकास मॉडल की नजीर पेश करते हुए बाकी राज्यों को अपने प्रदेशों में भी विकास के इसी मॉडल की तर्ज पर काम को आगे बढ़ाने के लिए भी कहा है.
बैठक में बीजेपी के कई बड़े नेता थे मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे दिन मंगलवार सुबह बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप के गेस्ट हाउस में सबसे पहले पार्टी के पदाधिकारियों के साथ काफी देर तक बैठक की. इस बैठक में उन्होंने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों का फीडबैक भी दिया. टिकट बंटवारे से लेकर कमजोर स्थिति वाले जिलों की समीक्षा करने के अलावा बीजेपी के चारों क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष के साथ उन्होंने बारी-बारी से बैठक भी की. इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन से जुड़े कई बड़े नेता भी मौजूद थे. इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गेस्ट हाउस से निकलकर प्रशासनिक भवन पहुंचे, जहां 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री परिषद की महत्वपूर्ण बैठक की जानी थी. बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री परिषद की यह बैठक हर साल बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों के साथ की जाती है. इसी क्रम में सबसे पहले जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री को अंगवस्त्रम देकर उनका स्वागत किया और इसके बाद शुरू हुआ बैठक का दौर.
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6 सत्र में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की लगी क्लास
लगभग 4 घंटे तक चली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अलग-अलग सत्र में एक बार में दो मुख्यमंत्रियों से उनके कामकाज का लेखा-जोखा लिया. सबसे पहले असम, मणिपुर फिर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश इसके बाद हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश फिर गुजरात, हरियाणा और कर्नाटक, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों से समस्त कार्यों की जानकारी हासिल की. इस बैठक में बिहार में गठबंधन के उप मुख्यमंत्री के तौर पर बीजेपी के तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी भी शामिल हुईं. अलग-अलग सत्र की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा महत्व विकास कार्यों को समय से पूरा करने पर ही दिया.
सीएम योगी की पेश की नजीर
पीएम मोदी की दो टूक थी कि इस योजना का शिलान्यास हमारी सरकार में हो रहा है. उसका लोकार्पण भी हमारी ही सरकार में होना चाहिए. इसलिए किसी भी काम में लेटलतीफी उचित नहीं है. 5 साल का जो वक्त मिला है उस वक्त में अपने सभी कार्यों को पूर्णं कर लीजिए. पुरानी योजनाएं जिन्हें फिर से शुरू किया गया है वह भी समय से पूरी हो जाएं, इसका विशेष ध्यान रखें. इस बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजीर पेश करते हुए योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के लिए भी मुख्यमंत्री योगी को बधाई दी.
सीएम योगी ने भी दिया लेखा-जोखा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके अब तक के कार्यकाल का पूरा लेखा-जोखा लेने के साथ ही कार्यों का प्रेजेंटेशन भी देखा. बाकी मुख्यमंत्रियों ने भी लगभग 20 से 25 मिनट के अंदर अपने कार्यों का लेखा-जोखा प्रेजेंटेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखा. पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के विकास मॉडल के साथ ही बनारस में किए गए कार्यों के तर्ज पर अपने प्रदेशों में बड़े मंदिरों और धार्मिक स्थलों को वृहद पैमाने पर विकसित करने के प्लान तैयार करने के लिए भी कहा है.
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लिया फीडबैक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को केदारनाथ धाम के प्रोजेक्ट पर पूरा ध्यान लगाकर इसे समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बनारस समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चल रहे विकास कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के लिए कहा है.
यूपी में माफिया राज खात्मा बन सकता है चुनावी स्लोगन
इस बैठक में उत्तर प्रदेश में माफिया राज के खात्मे को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी खुश दिखाई दिए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में माफिया राज के खात्मे के साथ ही इससे जुड़े स्लोगन तैयार करने के लिए भी कहा है, ताकि इनका इस्तेमाल चुनावों में किया जा सके. विकास और माफिया राज का खात्मा बीजेपी इन चुनावों में स्लोगन के तौर पर इस्तेमाल करने की तैयारी कर चुकी है. फिलहाल 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में पीएम मोदी ने यूपी के विकास मॉडल की तर्ज पर अपने-अपने प्रदेशों में विकास कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्णं करने पर जोर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों को गुड गवर्नेंस की सीख दी. उन्होंने कहा कि अच्छी सरकार चलाने से पब्लिक का भरोसा आप पर और हम पर पड़ता है, इसलिए चीजों को समयबद्ध तरीके से पूर्णं करने से हमारी छवि अच्छी बनी होती है और इसमें लापरवाही कभी मत कीजिएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी की ओडीओपी योजना के तर्ज पर बाकी प्रदेशों को भी अपना राज्य अपना उत्पाद योजना लागू करने के लिए कहा है.