पुणे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगवार को पुणे दौरे पर पहुंचे. इस दौरान मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस की ओर से काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया गया. कांग्रेस की ओर से यह विरोध प्रदर्शन पुणे के अभिनव चौक पर किया गया. इस आंदोलन का नेतृत्व विधायक रवींद्र धांगेकर ने किया. इस दौरान काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.
विधायक रवींद्र धांगेकर ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा बल प्रयोग कर उन्हें हिरासत में ले लिया. उन्होंने कहा है कि सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर हमें दबाने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी विरोधी नारे लिखे पोस्टर लेकर विरोध किया गया. कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का विरोध करने के लिए अपने रुख की घोषणा कर दी थी.
इसी के तहत आज अभिनव चौक पर विधायक रवींद्र धांगेकर, कार्यकर्ता मोहन जोशी काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान मणिपुर का जिक्र कर रहे थे. इसी बीच जब विधायक रवींद्र धांगेकर पैदल निकल रहे थे तो उनके और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. अभिनव चौक पर काफी देर तक पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक होती रही.
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पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि सभी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उन्हें थाने ले जाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुणे दौरे को लेकर सभी विपक्षी दलों ने एक साथ आकर प्रधानमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया. विपक्षी दलों की बैठक में निर्णय लिया गया कि मंडई में लोकमान्य तिलक की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. इस आंदोलन की टैगलाइन भी तैयार की गई थी नरेंद्र मोदी मणिपुर वापस जाओ और संसद का सामना करो. इसकी जानकारी राकांपा शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने दी.