देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने हाउस ऑफ हिमालयन ब्रांड लॉन्च किया, जिस पर पीएम मोदी ने सरकार कोे बधाई दी है. पीएम ने कहा कि ये उत्तराखंड के लोकल उत्पादों को विदेशी बाजारों में स्थापित करने का अभिनव प्रयास है. वोकल फॉर लोकल की तर्ज पर लोकल फॉर ग्लोबल की अवधारणा को मजबूत करता है. इससे उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों को विदेशी बाजारों में पहचान और नया स्थान मिलेगा. भारत के कई जिलों में ऐसे प्रोडक्ट्स हैं जो स्थानीय हैं लेकिन उनमें ग्लोबल बनने की संभावनाएं हैं. इसके लिए भारत को ग्लोबल मार्केट को एक्सप्लोर करना होगा.
पीएम ने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयन ब्रांड उनके एक संकल्प को पूरा करने में मदद करेगा. पीएम ने बताया कि आने वाले कुछ समय में देश में दो करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने के लिए लखपति दीदी अभियान चलाया गया है. ये कठिन काम है लेकिन इसके लिए हाउस ऑफ हिमालयन ब्रांड जैसे प्रोजेक्ट अभियान को तेजी देने का काम करते हैं.
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पीएम ने इन्वेस्टर्स से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग बिजनेस के रूप में यहां के अलग-अलग जिलों में लोकल प्रोडक्ट्स की पहचान करें. महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, FPO के साथ मिलकर नई संभावनाओं के तलाश करें. ये लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए बड़ी पार्टनरशिप साबित हो सकती है.
लालकिले से दिए गए अपने संबोधन पर बात करते हुए पीएम ने बताया कि कैसे उन्होंने विकसित भारत के निर्माण के लिए नेशनल कैरेक्टर (राष्ट्रीय चरित्र) को सशक्त करने की बात कही थी. पीएम ने कहा कि हम जो भी करें वो विश्व में श्रेष्ठ हो, भारत के स्टैंडर्ड दुनिया फॉलो करे, मैनुफैक्चरिंग जीरो डिफेक्ट के साथ हो, एक्सपोर्ट ओरिएंटेड मैनुफैक्चरिंग कैसे बढ़े इस पर फोकस करना है. ये समय है कि हम लोकल सप्लाई चेन पर निवेश करें. हमें ऐसी व्यवस्था करनी है कि हम दूसरे देशों पर कम से कम निर्भर हों.
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पीएम ने इन्वेस्टर्स से कहा कि सभी उद्योगपतियों को भारत में ही कैपेसिटी बिल्डिंग पर जोर देना चाहिए, जितना फोकस एक्सपोर्ट को बढ़ाने पर देना है उतना ही फोकस इम्पोर्ट को घटाने पर भी देना है. पीएम ने कहा कि, हम कोयला प्रधान देश होने के बाद भी 4 लाख करोड़ रुपये का कोयला इम्पोर्ट करते हैं. 15 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोलियम प्रोडक्ट इम्पोर्ट करते हैं.
पीएम ने कहा कि, उत्तराखंड में ऑर्गेनिक फल-सब्जियों, मिलेट्स और तमाम पौष्टिक खाद्य पदार्थों के लिए अनेक संभावनाएं हैं जो किसानों और उद्यमियों के लिए नए रास्ते खोल सकती है. पैकेज्ड फूड मार्केट में भी हमारे लोकल फूड को ग्लोबल स्तर पर पहुंचाने में सभी उद्योगपतियों को भूमिका निभानी चाहिए. पीएम ने अपने संबोधन का अंत करते हुए कहा कि इतनी सारी संभावनाएं देखकर वो कह सकते हैं कि अब पहाड़ का पानी और जवानी उसके काम जरूर आएगी.