मॉस्को : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को राष्ट्रीय हितों के विपरीत निर्णय लेने के लिए डराया या मजबूर नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय हितों की रक्षा की बात आती है तो पीएम मोदी सख्त रुख अपनाने से भी नहीं हिचकते हैं. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं कल्पना नहीं कर सकता कि मोदी को किसी भी निर्णय के लिए डराया, धमकाया या मजबूर किया जा सकता है.
पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि खासतौर से जब वह निर्णय भारत और भारतीय लोगों के राष्ट्रीय हितों के विपरीत हो तो पीएम मोदी को मजबूर नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि मेरी इस बारे में कभी कोई बात नहीं हुई है मैं सिर्फ बाहर से यह देखता हूं. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो कभी-कभी मैं भारत के हितों की रक्षा के लिए पीएम मोदी के सख्त रुख से आश्चर्यचकित भी होता हूं.
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय पुतिन ने 14वें वीटीबी इन्वेस्टमेंट फोरम 'रूस कॉलिंग' को संबोधित कर रहे थे. भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भी रेखांकित करते हुए पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सभी दिशाओं में 'उत्तरोत्तर विकसित' हो रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि पीएम मोदी की नीतियां दोनों देशों के बीच संबंधों की मुख्य 'गारंटर' है. उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार में तेजी लाने के लिए दोनों देश की ओर से हो रहे प्रयास के बारे में भी बात की.
उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि रूस और भारत के बीच संबंध सभी दिशाओं में उत्तरोत्तर विकसित हो रहे हैं. रूस और भारत के बीच बढ़ते रिश्तों की गांरटी पीएम मोदी की नीतियां है. वह विश्व राजनीतिक हस्तियों के उस समूह से संबंधित हैं जिनके बारे में मैंने बिना नाम लिए बात की थी.
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापार कारोबार 'बढ़ रहा है'. पिछले साल यह प्रति वर्ष 35 बिलियन डॉलर था. इस साल की पहली छमाही में यह 33.5 बिलियन डॉलर पहुंच गया है. यानी वृद्धि सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि यह सही है कि भारत को रूसी ऊर्जा संसाधनों पर छूट के कारण ज्यादा फायदा हो रहा है. लेकिन, यही सही है. पीएम मोदी वास्तव में सही काम कर रहे हैं. पुतिन ने कहा कि अगर मैं उनकी जगह होता, अगर स्थिति इस तरह से विकसित होती तो मैं भी ऐसा ही करता.
हालांकि, हमारे संबंध इतने पर ही सीमित नहीं हैं. हमारे पास बहुत अधिक अवसर हैं. उन्होंने कहा कि क्रय शक्ति के मामले में और बाजार की क्षमता की रैंकिंग में भारत इस समय तीसरे नंबर पर है. रूस पांचवें स्थान पर है.
यह कहते हुए कि वह ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ उत्तर-दक्षिण गलियारे पर चर्चा करेंगे. पुतिन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, भारत इस तरह के मार्गों को लागू करने में रुचि रखता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तरी समुद्री मार्ग को विकसित करने की जरूरत है.